एक और कंपनी एसएमआरएम ने लगाई करोड़ों की चपत
अहमदाबादPublished: Dec 14, 2018 10:23:49 pm
निकोल थाने में दर्ज हुआ २३ लाख की ठगी का मामला,आश्रम रोड पर स्थित कार्यालय को बंद कर फरार हुए संचालक,ऑनलाइन वीडियो देखने, लाइक करने पर मुनाफे का लालच
एक और कंपनी एसएमआरएम ने लगाई करोड़ों की चपत
अहमदाबाद. शहर के लोगों को एक और कंपनी एसएमआरएम की ओर से करोड़ों रुपए की चपत लगाने का मामला सामने आया है। शुक्रवार को इस बाबत निकोल थाने में २३ लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज हुआ है।
निकोल रोड स्वामीनारायण नगर ससायटी निवासी हिरेन पटेल (३३) ने दर्ज कराई प्राथमिकी में आश्रम रोड स्थित एसएमआरएम कंपनी के संचालक प्रणव मानसिंह चौहान और भरत शंकरलाल चावड़ा के विरुद्ध ठगी का आरोप लगाया है। दोनों ही पर आरोप है कि इन दोनों ने एक अक्टूबर २०१८ से 14 दिसंबर के दौरान निवेश करने पर सप्ताह में मुनाफे की राशि खाते में जमा करने का झांसा देकर ठगी की है। आश्रम रोड स्थित कंपनी का कार्यालय बंद करके दोनों फरार हो गए।
हिरेन पटेल का कहना है कि उन्होंने कंप्यूटर पर एसएमआरएम कंपनी के बारे में पढ़ा। उसके आधार पर उन्होंने अक्टूबर में आश्रम रोड स्थित कंपनी के कार्यालय में जाकर संपर्क किया तो वहां प्रणव चौहान और भरत चावड़ा मिले। दोनों ने कहा कि उनकी कंपनी की एक 14 महीने की स्कीम है, जिसमें १५५०० रुपए जमा करने होते हैं। यह राशि जमा करने पर उनके बैंक खाते में हर दसवें दिन 1615 रुपए जमा होंगे और हर महीने ४८४५ रुपए जमा होंगे। यह राशि 14 महीने तक खाते में जमा होती रहेगी।
इसके अलावा और स्कीम बताते हुए कहा कि उनकी कंपनी का दवा कंपनी फार्मालेक्स, एनएम मीडिया, यूरोपियन कमीशन नाम की कंपनी के साथ कोन्ट्रेक्ट है। जिसके तहत इन कंपनियों के वीडियो महीने में तीन दिन आठ, 18 और 27 तारीख को दिन में 20-20 बार देखने होंगे। उसे लाइक करना होगा। इन कंपनियों के यूट्यूब पर चैनल हैं। जिन्हें सब्सक्राइब करना होगा। उन कंपनियों के वीडियो देखने, लाइक करने पर अच्छे पैसे मिलेंगे। कंपनी का सद्स्य बनने पर ५ प्रतिशत राशि और दो अन्य सदस्य बनाने पर १० प्रतिशत मेचिंग इनकम के नाम से दी जाएगी।
लुभावने ऑफर के चक्कर में आकर उन्होंने 18 अक्टूबर से लेकर ३० अक्टूबर के दौरान पांच लाख 12 हजार रुपए कंपनी के खाते में जमा कराए। इसके अलावा दो अन्य सदस्यों से भी रुपए निवेश करवाए। जिसमें उनके मित्र विपुल गेलाणी ने पांच लाख ४२ हजार, जल्पिन भीमाणी ने छह लाख ३५ हजार, पार्थ बारोट ने छह लाख ४२ हजार रुपए जितनी राशि एसएमआरएम की स्कीमों में जमा कराई।
कंपनी के वादे के तहत उनके बैंक खाते में दसवें दिन और एक महीने में कोई राशि जमा नहीं हुई। इस पर दोनों से संपर्क किया तो दोनों ने जल्द पैसे जमा करने की बात कही, लेकिन फिर फोन उठाना बंद कर दिया।
कंपनी के कार्यालय जाकर देखा तो वहां ताला लटका हुआ था। ऐसा करके कंपनी ने उनकी तरह सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की है। उन चार लोगों के पास से २३ लाख ठगे हैं और कार्यालय बंद करके फरार हो गए।