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Vice President election: उपराष्ट्रपति पद के लिए सिर्फ चार बार बन सकी आम सहमति

locationअहमदाबादPublished: Jul 21, 2022 11:42:36 pm

Submitted by:

Uday Kumar Patel

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Vice President: उपराष्ट्रपति पद के लिए सिर्फ चार बार बन सकी आम सहमति

Vice President: उपराष्ट्रपति पद के लिए सिर्फ चार बार बन सकी आम सहमति

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उदय पटेल

उपराष्ट्रपति पद के लिए अगले महीने चुनाव होना है। देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद को लेकर एनडीए की ओर से जगदीप धनखड़ और विपक्षी दलों की साझा उम्मीदवार मारर्गेट अल्वा ने नामांकन दाखिल कर दिया है। इसलिए इस बार चुनाव होगा। उपराष्ट्रपति पद के चुनावों के इतिहास पर गौर करें तो पता चलेगा कि इस पद के लिए सिर्फ चार बार ही आम सहमति बन सकी।
अब तक देश में 13 उपराष्ट्रपति हो चुके हैं। दो उपराष्ट्रपति-एस. राधाकृष्णन और डॉ हामिद अंसारी लगातार दो कार्यकाल तक इस पद पर रहे। 6 उपराष्ट्रपति बाद में राष्ट्रपति भी बने। उपराष्ट्रपति पद के लिए 15 बार में से 11 बार चुनाव हुए।
वर्ष 1952 में पहले उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन निर्विरोध चुने गए। 1957 में भी यही स्थिति रही। 1979 में मोहम्मद हिदायतुल्लाह भी बिना किसी चुनाव के जीत गए। अंतिम बार 1987 में शंकर दयाल शर्मा इस पद के लिए निर्विरोध चुने गए।
दो उपराष्ट्रपति-एस. राधाकृष्णन और डॉ हामिद अंसारी लगातार दो कार्यकाल तक इस पद पर रहे। इनके साथ-साथ डॉ जाकिर हुसैन, बी डी जत्ती, हिदायतुल्लाह, गोपाल स्वरूप पाठक, आर वेंकटरमण, भैरों सिंह शेखावत, ए पी जे अब्दुल कलाम एक कार्यकाल के लिए उपराष्ट्रपति चुने गए।
जत्ती, वेंकटरमण, शर्मा, नारायणन, अंसारी कांग्रेस के उम्मीदवार रहे वहीं शेखावत, ए. पी. जे. अब्दुल कलाम व वर्तमान उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की ओर से उम्मीदवार रहे। राधाकृष्णन, हुसैन, गिरी, हिदायतुल्लाह ने किसी भी दल का प्रतिनिधित्व नहीं किया। कृष्णकांत जनता दल के प्रत्याशी थे।
70 वर्षों के इतिहास में नायडू अकेले ऐसे उपराष्ट्रपति हैं जिनका जन्म आजादी के बाद हुआ। अब तक इस पद पर कोई महिला नहीं चुनी जा सकी हैं।
गिरी सबसे कम समय तक पद पर रहे

वी वी गिरी सबसे कम समय तक इस पद पर रहे। उन्होंने मई 1967 से 1969 तक उपराष्ट्रपति पद को सुशोभित किया। कृष्णकांत ऐसे एकमात्र उपराष्ट्रपति रहे जिनका निधन इस पद पर रहते हुए हुआ।
उपराष्ट्रपति पद के लिए लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट डालते हैं। फिलहाल दोनों सदनों को मिलाकर सांसदों की संख्या 780 है। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं।

ये हुए अब तक उपराष्ट्रपति
नाम अवधि
1. एस राधाकृष्णन 1952-57
2. एस राधाकृष्णन 1957-62
3. जाकिर हुसैन 1962-67
4. वी वी गिरी 1967-69
5. गोपाल स्वरूप पाठक 1969-74
6. बी डी जत्ती 1974-79
7. एम. हिदायतुल्लाह 1979-84
8. आर. वेंकटरमण 1984-87
9. शंकर दयाल शर्मा 1987-92
10. के आर नारायणन 1992-97
11. कृष्ण कांत 1997-02
12. भैरों सिंह शेखावत 2002-07
13. हामिद अंसारी 2007-12
14. हामिद अंसारी 2012-17
15. वेंकैया नायडू 2017 से अब तक
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