उन्होंने आश्वासन दिया था कि इस मामले में उचित कदम उठाएंगे। आश्रमवासियों का कहना है कि उन्होंने पांच अगस्त तक का समय दिया था, लेकिन छह अगस्त सोमवार के दिन भी बनाई गई दीवार हटाई नहीं गई तो उन्होंने खुद श्रमदान करते हुए इस दीवार को हटा दिया। आश्रमवासी धीमंत बढिया ने बताया कि एक ओर केन्द्र सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ओर से बनाए गए इस ऐतिहासिक महत्व के साबरमती आश्रम की स्थापना के १५० साल पूरे होने पर बड़ा आयोजन कर रही है।
वहीं दूसरी ओर आश्रम परिसर में सभी नीति-नियमों और आश्रमवासियों की भावनाओं को दरकिनार करते हुए दीवार बनाई जा रही है। आश्रम के रमणीय माहौल और प्राकृतिक सौंदर्यपूर्ण परिसर को कंक्रीट के जंगल में बदला जा रहा है। साबरमती आश्रम की अध्यक्ष इलाबेन भट्ट और ट्रस्टी कार्तिकेय साराभाई ने भी दीवार नहीं बनने देने की बात कही है, लेकिन उसे दूर नहीं किया जा रहा है।
साबरमती आश्रम प्रिजर्वेशन एंड मेमोरियल ट्रस्ट के निदेशक अतुल पंड्या ने आश्रमवासियों को आश्वासन दिया है कि इस मामले में हरिजन आश्रम ट्रस्ट के ट्रस्टियों से बातचीत हुई है। यहां कोई दीवार नहीं बनाई जाएगी। सिर्फ चबूतरा बनाने की बात वह कह रहे हैं, उसे भी आश्रमवासियों के साथ बातचीत करके बनाया जाएगा।
आत्मदाह का प्रयास करते दो युवक हिरासत में
कच्छ जिले की मांडवी तहसील के मोटा भाडिया गांव में हाल ही हुई हत्या की रंजिश के चलते चारण समाज के अध्यक्ष के घर आत्मदाह करने पहुुंचे दो युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। युवक को जान से मारने की धमकी देने पर महिला सहित तीन जनों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मांडवी में हरिनगर निवासी विजय करशन गढ़वी ने इस संबंध में मामला दर्ज करवाया है। शिकायत के अनुसार अखिल कच्छ गढ़वी समाज के अध्यक्ष विजय ने मांडवी तहसील के मोटा भाडिया गांव में हाल ही हुई हत्या के मामले में सामाजिक सुलह के लिए समाज हित में भूमिका निभाई।
इसी रंजिश के चलते मोटा भाडिया गांव निवासी भीमशी माणशी गढ़वी, शिवराम माणेक गढ़वी व पुनशी खेतशी गढ़वी पांच लीटर केरोसिन भरा डिब्बा लेकर कार से उसके घर पहुंचे। वहां शरीर पर केरोसिन छिडक़कर आत्मदाह का प्रयास करने पर मांडवी पुलिस थानाकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर दो जनों को आत्मदाह करने से पहले ही हिरासत में ले लिया। उप निरीक्षक पी.के. गढ़वी के अनुसार नारण पुनशी की कार से विजय के घर पर आरोपी पहुंचे थे। नारण फिलहाल हत्या के मामले में जेल में बंद है। प्रभु राम गढ़वी को धमकी देने पर भीमजी माणशी गढ़वी, शिवराज माणेक गढ़वी, वालबाई पुनशी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।