भारत को प्रति वर्ष 1100 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आवश्यकता जीवन में पानी का काफी महत्व है। भारत को वर्तमान में हर साल 1100 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आवश्यकता है। वर्ष 2050 तक यह आवश्यकता 1447 बिलियन क्यूबिक मीटर तक बढऩे की संभावना है। एक संसाधन के रूप में जल देश के लिए महत्वपूर्ण है। जल समृद्ध भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देशभर में विभिन्न राज्यों, जिलों, व्यक्तियों, स्वयंसेवी सेवा संगठनों की ओर से किए जा रहे प्रेरक कार्यों और प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 2018 से 11 विभिन्न श्रेणियों में राष्ट्रीय जल पुरस्कार दिए जा रहे हैं।
आदर्श जल प्रबंधन का प्रेरक मॉडल पेश करने वाला वडोदरा एकमात्र जिला पंच जल सेतु के माध्यम से उचित जल प्रबंधन के पांच विभिन्न पहलुओं के एक सूत्रीय समन्वय के माध्यम से आदर्श जल प्रबंधन का प्रेरक मॉडल पेश करने वाला वडोदरा देश का पहला और एकमात्र जिला है। राज्य सरकार के मार्गदर्शन में टीम वडोदरा ने जल प्रबंधन के क्षेत्र में देश का ध्यान आकर्षित करने का कार्य किया है। टीम वडोदरा ने सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख इकाइयों और इस क्षेत्र में काम कर रहे प्रमुख विशेषज्ञों की विशेषज्ञता का समन्वय करके पंच जल सेतु को अमल करने करने के लिए समन्वय कर प्रधान मंत्री के आदर्श वाक्य ‘सबका साथ, सबका विकास’ को साकार किया।
जल आंदोलन के माध्यम से जल क्रांति की दिखाई दिशा पंच जल सेतु ने जल आंदोलन के माध्यम से जल क्रांति की दिशा दिखाई है। इसमें घर-घर नल से जल और कुओं के बदले सरफेस (सतही) जल आधारित जलापूर्ति योजनाओं ने घ्नई दिशा दिखाई है। वडोदरा जिले ने प्रत्येक घर में नल से जल उपलब्ध कराने का प्रधानमंत्री का सपना साकार किया है।
किए यह महत्वपूर्ण कार्य भी योजना की अन्य कडिय़ों में जिले के 1000 से अधिक सरकारी स्कूलों की छतों से वर्षा जल का जमीन में सिंचाई की व्यवस्था, जल सेतु के तहत गांवों के अपशिष्ट जल का शुद्धिकरण और खेती सरीखे उद्देश्यों के लिए बिक्री से योजना का संचालन, सौर जल प्रकल्प के तहत जलापूर्ति योजना की 22 टंकियों पर सोलर पैनल लगाकर दैनिक 355 यूनिट बिजली उत्पादन कर ग्रीड में देकर जलापूर्ति व्यवस्था का खर्च कम करने और सुजलाम सुफलाम के तहत नहरों और कांसों, चेक डैम की सफाई व कचरे को निकालने, तालाबों को गहरे करने, नए तालाब खोदने सरीखे कार्यों से बारिश के पानी की संग्रह क्षमता बढ़ाने सरीखे कार्य की योजना शामिल है। इसके साथ ही ग्राम समितियों की ओर से जलापूर्ति योजनाओं का जन भागीदारी से संचालन व लोगों को पानी बचाने की प्रभावी शिक्षा देकर जल संरक्षण के प्रति जागरुकता का आयाम शामिल है। प्रधानमंत्री ने अपने राष्ट्रीय संवाद ‘मन की बात’ में इसका उल्लेख किया है, नीति आयोग की ओर से भी इस कार्य की सराहना की गई है। गौरतलब है कि वडोदरा जिले को 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड श्रेणी में स्कॉच अवार्ड और मेरिट प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया गया था।