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भारत में बढ़ रही है पेटेन्ट फाइलिंग : आचार्य

locationअहमदाबादPublished: Feb 17, 2018 11:17:22 pm

Submitted by:

Nagendra rathor

गुजरात टॉप-3 राज्यों में शामिल

rajesh acharya
अहमदाबाद. विश्व की तुलना में भारत में पेटेन्ट फाइल करने की रफ्तार धीमी है। धीरे-धीरे यह बढ़ रही है। पांच वर्ष पहले जहां विश्व में फाइल होने वाले पेटेन्ट में भारत की हिस्सेदारी महज 10 प्रतिशत थी। अब वह बढ़कर ३०-४० प्रतिशत तक पहुंच गई है।
यह कहना है मार्कपेटेन्ट ओआरजी कंपनी के प्रबंध न्यासी डॉ. राजेश आचार्य का। वह शनिवार से शहर में आईपीआर पर शुरू हुए 13वें अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के शुभारंभ समारोह के बाद संवादताओं से बातचीत कर रहे थे।
आचार्य ने कहा कि एनर्जी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में नए इनोवेशन तेजी से हो रहे हैं। इसके चलते विश्वभर में पेटेन्ट फाइल करने वाले एटॉर्नी व कॉपी राइट विशेषज्ञों में एक चर्चा छिड़ गई है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में होने वाले इनोवेशन पर कॉपीराइट का अधिकार किसका, मानव का या फिर कंप्यूटर का। क्योंकि मानव कंप्यूटर के जरिए ही ऐसे इनोवेशन कर रहा है।
इसमें जितना अहम योगदान मानव का है उससे कम कंप्यूटर का भी नहीं है। लेकिन कॉपीराइट अधिकार की बात करें तो मौजूदा कानूनों के तहत यह सिर्फ मानव का ही है। लेकिन विश्वभर में चर्चा छिड़ गई है कि इनोवेशन में कंप्यूटर का भी अहम रोल है, जिससे आगे चलकर मानव और कंप्यूटर के बीच कॉपीराइट के अधिकार का मुद्दा ज्यादा विवादित बनने वाला है। यह विश्व के सामने बड़ी चुनौती होगी।
उन्होंने अमरीका में हुए बंदर के सेल्फी लेने पर उसकी सेल्फी के अधिकार के विवाद में आए कोर्ट के फैसले का उदाहरण देते हुए कहा कि कोर्ट ने बंदर की सेल्फी पर बंदर के मालिक का अधिकार बताया। जबकि नियमानुसार सेल्फी पर अधिकार सेल्फी खींचने वाले व्यक्ति का होता है।
पेटेन्ट फाइल का ७५ फीसदी खर्च देता है गुजरात
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआई) के वरिष्ठ विजिटिंग प्राध्यापक पद्मिन बुच ने बताया कि पूरे देश में एकमात्र गुजरात ही ऐसा राज्य है, जहां पेटेन्ट फाइल करने वाले को इसके खर्च का ७५ फीसदी खर्च राज्य सरकार सब्सिडी के रूप में वापस देती है।
इंटरनेशनल फाइलिंग पर ३५ लाख रुपए तक की मर्यादा में सब्सिडी दी जाती है। पहले ५० फीसदी सब्सिडी थी। २०१६ से ७५ फीसदी की है जिसके चलते एक साल में पेटेन्ट फाइल करने में गुजरात में १५-१८ फीसदी की वृद्धि हुई है। अभी भी जागरुकता की जरूरत है। इसके लिए सरकार ने स्टूटेंड स्टार्टअप इनोवेशन पॉलिसी बनाई है, जिसके तहत स्टार्टअप, इनोवेशन के साथ पेटेन्ट फाइल, कॉपीराइट को भी तवज्जो दी जा रही है।
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