नौ गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में खुलासा
मामले में विदेशी कनेक्शन के संबंध में जांच जारी
Gujarat News : रामनवमी पर खंभात में हिंसा फैलाने की कोशिश पूर्व नियोजित षडयंत्र
आणंद. आणंद जिले के खंभात स्थित शंकरपुरा में रामनवरी के दिन पथराव और हिंसा को पुलिस ने पूर्व नियोजित षडयंत्र बताया है। पुलिस जांच में हुए खुलासे के बाद पुलिस को इसमें विदेशी कनेक्शन होने की आशंका है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के बयान के आधार पर इस दिशा में जांच में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार रामनवमी के दिन खंभात में निकली शोभायात्रा में कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया था। इसके बाद हिंसा भडक़ उठी थी। दोनों गुटों के पथराव के बाद कई दुकानों में आग लगा दी गई थी। घटना के बाद पूरे क्षेत्र को छावनी में बदल कर स्थिति पर काबू पा लिया गया। इस घटना में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना के बाद एएसपी खंभात डिवीजन के सीधे मार्गदर्शन में एक टीम बनाकर जांच आरंभ की गई। इस टीम में खंभात शहर पुलिस इंस्पेक्टर को जांच अधिकारी, तकनीकी सबूतों के लिए साइबर क्राइम पुलिस इंस्पेक्टर शामिल हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिले की शाखाओं की तीन टीम बनाई गई।
पुलिस अधीक्षक अजीत राजियान ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल नंबर की फोरेंसिक रिकवरी साइबर क्राइम आणंद की ओर से कराई गई। इसमें मिटाए गई बातचीत समेत कॉल रिकार्डिंग का पता चला जो कि सबूत नष्ट करने की कोशिश थी। रिकवर हुए डेटा और पूछताछ से पता चला कि लंबे समय से सोशल मीडिया में चल रहे भडक़ाऊ वीडियो और संदेश देखकर प्रभावित हो पूर्व नियोजित षडयंत्र के तहत रामनवरी को हिंसा फैलाने की कोशिश की गई। इसके तहत त्योहारों पर शोभायात्रा के दौरान हमला करने, भय पैदा करने, प्रभुत्व पैदा करने और भविष्य में इस तरह के आयोजन पर रोक लगाने की मंशा साफ होती प्रतीत हुई।
असामाजिक मानसिकता वाले युवकों को साथ लेकर रचा षडयंत्र इसके बाद पुलिस ने षडयंत्र रचने के मुख्य सूत्रधार के रूप में आरोपी रजाक हुसैन उर्फ पटेल उर्फ मौलवी अयु मलेक, माजिद, जमशेद खान, मुस्तकीम, महमद सईद, मतीन व्होरा के बारे में पुलिस को पता चला। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने शोभायात्रा में विघ्न पैदा करने के लिए असामाजिक मानसिकता वाले युवकों को साथ लेकर षडयंत्र रचा। इसके लिए उन्होंने वासील मलेक, सादाब मलेक, तारीक, वसीम मलेक, मुबीन मलेक, सालीम भाणो, मोइन मलेक, शोएब, सइदउल्ला, शहेबाज, फिरोज, नासीर, चीना, जोन, सुलतान आदि को षडयंत्र के तहत प्रेरित कर जरूरी सूचना देकर तैयार कराया।
गुप्त रूप से अलग-अलग बैठकें की पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ और डिजिटल जानकारी इक_ी करने पर पूरे षडयंत्र से पर्दा उठने की बात कही है। पुलिस के अनुसार मुख्य सूत्रधारों ने गुप्त रूप से अलग-अलग जगहों पर बैठकें की। इसके बाद षडयंत्र के तहत उन्होंने अलग-अलग लोगों को जवाबदारी बांटी। घटना के बाद आरोपियों को छिपाने, रहने की व्यवस्था, पकड़े जाने पर कानूनी प्रक्रिया में मदद देने, आरोपियों के परिजनों को आर्थिक मदद देने आदि सभी पहलुओं पर योजना बनाई गई।
पुलिस के अनुसार आरोपियों को कानूनी मदद देने में जो भी खर्च हो उसके लिए रजाक हुसैन उर्फ पटेल उर्फ मौलवी अयुब मलेक को जिम्मेदारी सौंपी गई। वहीं जेल में जाने वाले आरोपियों के घर की जिम्मेदारी उठाई जाएगी। इस खर्च के लिए राशि मस्जिद समेत क्षेत्र में चादर घूमाकर जमा करने को कहा गया। पुलिस ने बताया के शोभायात्रा में पुलिस बंदोबस्त होने की वजह से आरोपियों ने पहले पुलिस का ध्यान हटाने की कोशिश के लिए रजाक, वासिल मलेक, वसीम मलेक को डीजे बंद करने को लेकर विवाद करने को कहा गया था। इस विवाद के बाद पीछे से दूसरे लोगों को पथराव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इतना ही नहीं मुख्य सूत्रधरों ने पुलिस और प्रशासन को गुमराह करने के लिए घटना के अगले दिन से सांप्रदायिक सदभावना से जुड़े संदेशों को सोशल मीडिया पर वायरल करने की रणनीति बनाई थी। इससे ऐसा प्रतीत हो कि वे प्रशासन को मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा आरोपी ने अपने बेटे को शहर से बाहर भेज कर खुद के बाहर होने की बात वीडियो आदि के जरिए सोशल मीडिया पर फैलाई।