उन्होंने बताया कि सभी के प्रयास से पंचायत विस्तार को श्रेष्ठ बना सकते हैं। जिला पंचायत सदस्य मेहुल पटेल ने कहा कि ग्रामसभा में पंचायत विस्तार के लोग बात रख सकते हैं। १० वर्ष बाद जोन में बदलाव होता है। 2021 में विस्तार को सेटेलमेंट जोन में शामिल किया जाना चाहिए ताकि लोगों को लाभ मिले। कृषि भूमि होने के कारण निर्माण कार्य में परेशानी होती है।
जिला पंचायत अध्यक्ष विकास बाबू ने कहा कि जिला पंचायत की तरफ से भी ग्राम पंचायत को मदद मिलेगी। सबका साथ सबका विकास को लेकर आगे बढऩा है। ग्रामसभा में विद्युत विभाग के निजीकरण का विरोध भी किया गया। रोड मार्जिन की चर्चा में बताया कि नए घरों के निर्माण में लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं होनी चाहिए। किसानों ने कहा कि पटलारा विस्तार में अनेक लोग खेती करते हैं। कृषि विभाग बीज व खाद देरी से देता है, जिससे कई बार फसल का मौसम समाप्त होने के बाद यह वस्तुएं मिलती हैं। भीखीमाता का मंदिर और पंचायत घर के बीच आयुष्मान केंद्र बन रहा है जिसके कारण मंदिर में होने वाले कार्यक्रम में परेशानी होगी। आयुष्मान सेंटर की जगह में बदलाव किया जाना चाहिए।
पंचायत भवन का एक करोड़ 19 लाख बिजली बिल बाकी
जिला पंचायत सदस्य पटेल ने बताया कि 10 वर्षों से पंचायत भवन का बिजली बिल नहीं भरा गया है। पूर्व सरपंचों की अनदेखी की वजह से अभी एक करोड़ 19 लाख का बिजली बिल बाकी है और प्रतिमाह 4 लाख रुपए ब्याज भरा जा रहा है। ग्रामसभा में इसके लिए मांग की गई कि बिजली बिल भरने के लिए अतिरिक्त कोष दिया जाना चाहिए।
जिला पंचायत सदस्य पटेल ने बताया कि 10 वर्षों से पंचायत भवन का बिजली बिल नहीं भरा गया है। पूर्व सरपंचों की अनदेखी की वजह से अभी एक करोड़ 19 लाख का बिजली बिल बाकी है और प्रतिमाह 4 लाख रुपए ब्याज भरा जा रहा है। ग्रामसभा में इसके लिए मांग की गई कि बिजली बिल भरने के लिए अतिरिक्त कोष दिया जाना चाहिए।