शारीरिक अक्षम पेंशनधारकों का घर जाकर जीवन प्रमाण करेंगे पीएफ कर्मी
अहमदाबादPublished: Nov 07, 2018 03:07:51 pm
क्षेत्रीय कार्यालय, वटवा में हैं करीब 14 हजार पेंशनधारक
शारीरिक अक्षम पेंशनधारकों का घर जाकर जीवन प्रमाण करेंगे पीएफ कर्मी
अहमदाबाद. पहले जहां पेंशनधारकों को अपनी पेंशन के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। जीवन प्रमाण कराने को घंटों इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब मणिनगर में सत्यम टावर स्थित भविष्य निधि, क्षेत्रीय कार्यालय- वटवा ने ऐसी सुविधा प्रारंभ की है, जिससे पेंशनधारकों को ज्यादा भटकना नहीं पड़ेगा। भविष्य निधि कार्यालय के अलावा सत्यम टावर के ग्राउंड फ्लोर पर तीन कम्प्यूटर और मोबाइल एप के साथ पेंशनधारकों को जीवन प्रमाण प्रारंभ किया है। यही नहीं पेंशनधारकों को कर्मचारी पानी और चाय भी पिलाते हैं। कर्मचारियों का यह व्यवहार पेंशनधारकों को भा रहा है उनके चेहरों पर खुशी की झलक नजर आई। घोड़ासर में रहने वाले और पेंशनधारक जयेन्द्रसिंह जाड़ेजा ने बताया कि भविष्य निधि कार्यालय की यह पहल सराहनीय है। ऐसा पहले कभी एहसास नहीं हुआ। कर्मचारियों में शालीनता था। ना कोई कतार और ना ही लंबा इंतजार करना पड़ा। पेंशनधारक नगीनभाई, सुरेशभाई जैसे कई पेंशनधारकों की पीएफ कार्यालय की इस पहल को सराहा। पेंशनधारक अशफाक अहमद की बायपास सर्जरी होने से वह पीएफ कार्यालय में आने में असमर्थ थे। बाद में कर्मचारी ने उनके घर जाकर मोबाइल एप से जीवन प्रमाण किया।
क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-द्वितीय सुरेशचन्द मीणा ने बताया कि यह सुविधा एक नवम्बर से प्रारंभ की गई है। हालांकि पेंशनधारकों को जीवन प्रमाण 31 दिसम्बर तक कराना होता है, लेकिन हमने नवम्बर अंत तक लक्ष्य रखा है। इस कार्यालय में करीब 14 हजार पेंशनधारक हैं। शारीरिक तौर पर असमर्थ पेंशनधारकों के बारे में उन्होंने बताया कि ऐसे पेंशनधारक जो नजदीकी बैंक, भविष्य निधि कार्यालय या सामान्य सेवा केन्द्र में जाने के लिए शारीरिक रूप से असमर्थ हैं ऐसे पेंशनधारकों के घर जाकर भविष्य निधि कर्मचारी जीवन प्रमाण किया जाएगा। हालांकि इसके लिए पेंशनधारकों को जीवन प्रमाण करवाने के लिए भविष्य निधि कार्यालय-वटवा में सूचित करना होगा। बाद में उस पेंशन धारक के घर जाकर मोबाइल एप से कर्मचारी जीवन प्रमाण करेंगे। फिलहाल शनिवार और रविवार को भी जीवन प्रमाण किया जा रहा है। मीणा के मुताबिक भविष्य निधि के दावों का नियमित तौर पर निपटारा किया जाता है। साथ ही अगले दिन आरटीजीएस या एनईएफटी से भुगतान भी कर दिया जाता है। कोई भी मामले लंबित नहीं हैं।