रेल इंजीनियरों ने काले कपड़े पहनकर किया प्रदर्शन
अहमदाबाद. वेस्टर्न रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन (डबल्यूआरईए) के बैनर तले रेल इंजीनीयरों ने काले कपड़े पहनकर और काली पट्टी बांधकर लंबित मांगों को लेकर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय-अहमदाबाद परिसर में रेल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। बाद में एसोसिशन के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर डीआरएम दिनेश कुमार को ज्ञापन दिया।
रेलवे इंजीनियरों ने अहमदाबाद मंडल के अलग-अलग स्थानों पर “ब्लैक डे” मनाया, जिसमें सभी स्टेशनों, बीजी, यार्ड न्यू काम्प्लेक्स , डीजल शेड वटवा, सिग्नल वर्कशॉप, इंजीनियर वर्कशॉप, में काले कपड़े एवं काली पट्टी लगाकर कार्य किया गया। वहीं अहमदाबाद में एसोसिएशन के अध्यक्ष यूवीएस के नेतृत्व में मंडल सचिव संजय चतुर्वेदी, ऑल इंडिया रेलवे इंजीनियर्स फेडरेशन के संगठन मंत्री एस.एस. बुन्देला, पदाधिकारी दरबारासिंह, एन.आर. बैरवा, आर.पी. शर्मा, अनिल पंचाल ने अपनी मांगों को लेकर मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा और अपनी समस्याओं को लेकर अवगत कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार बुलेट ट्रेन, हाई स्पीड ट्रेनों की बात करती है पर उन्हें सही तरह से फिल्ड इंजीनियर्स को अनदेखा कर रखा है। जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी प्रदर्शन जारी रहेंगे। इंजीनियर्स को 20 लाख रुपए दुर्घटना बीमा, साप्ताहिक अवकाश मिले ताकि वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें। रेस्ट हाउस में बेहतर सुविधाएं मिलें और अलग से फंड आवंटित किया जाए।
अहमदाबाद. वेस्टर्न रेलवे इंजीनियर्स एसोसिएशन (डबल्यूआरईए) के बैनर तले रेल इंजीनीयरों ने काले कपड़े पहनकर और काली पट्टी बांधकर लंबित मांगों को लेकर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय-अहमदाबाद परिसर में रेल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। बाद में एसोसिशन के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर डीआरएम दिनेश कुमार को ज्ञापन दिया।
रेलवे इंजीनियरों ने अहमदाबाद मंडल के अलग-अलग स्थानों पर “ब्लैक डे” मनाया, जिसमें सभी स्टेशनों, बीजी, यार्ड न्यू काम्प्लेक्स , डीजल शेड वटवा, सिग्नल वर्कशॉप, इंजीनियर वर्कशॉप, में काले कपड़े एवं काली पट्टी लगाकर कार्य किया गया। वहीं अहमदाबाद में एसोसिएशन के अध्यक्ष यूवीएस के नेतृत्व में मंडल सचिव संजय चतुर्वेदी, ऑल इंडिया रेलवे इंजीनियर्स फेडरेशन के संगठन मंत्री एस.एस. बुन्देला, पदाधिकारी दरबारासिंह, एन.आर. बैरवा, आर.पी. शर्मा, अनिल पंचाल ने अपनी मांगों को लेकर मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा और अपनी समस्याओं को लेकर अवगत कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार बुलेट ट्रेन, हाई स्पीड ट्रेनों की बात करती है पर उन्हें सही तरह से फिल्ड इंजीनियर्स को अनदेखा कर रखा है। जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी प्रदर्शन जारी रहेंगे। इंजीनियर्स को 20 लाख रुपए दुर्घटना बीमा, साप्ताहिक अवकाश मिले ताकि वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें। रेस्ट हाउस में बेहतर सुविधाएं मिलें और अलग से फंड आवंटित किया जाए।