प्लेटफार्म टिकटों में इजाफा अब रविवार की ही बात की जाए तो अहमदाबाद से गोरखपुर जाने वाली ट्रेन में प्लेटफार्म टिकट लेकर या फिर बगैर टिकट लिए ही 300 से ज्यादा यात्री घुस गए, जिनकी टिकट चेकरों ने पैनल्टी बना दी। बाद में ऐसे पैनल्टी लेकर अपने गंतव्य तक ट्रेन में सफर के लिए रवाना हो गए। एक टिकट चेकर ने बताया कि जनरल टिकट नहीं मिलने से इमरजेंसी या जरूरतमंद यात्री प्लेटफार्म टिकट लेकर घुस जाते हैं और वे पेनल्टी कटवा लेते हैं।
एक रेलकर्मी ने बताया कि हररोज औसतन 6 से 7 हजार यात्री सफर करते हैं। विशेषतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों में हो रहा है। मौजूदा में प्लेटफार्म टिकट में काफी इजाफा हुआ है। हररोज से 8 से 10 हजार प्लेटफार्म टिकट बिकते हैं, जिसमें दस से पन्द्रह फीसदी ही लोग यात्रियों को छोडऩे आते हैं। जनरल टिकट नहीं मिलने से कई यात्री बगैर टिकट ट्रेन में बैठ जाते है। ऐसे में आरक्षित कोचों की हालत जनरल जैसी हो रही है।
क्या करें गांव तो जाना है... लखनऊ जाने वाले एक रामप्रकाश जो एक फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि छुट्टी नहीं मिल रही थी तो आरक्षण करवाया नहीं और जनरल टिकट नहीं मिलने से मजबूरन पैनल्टी देकर कोच में बैठना पड़ा।
ट्रेेनों में लगाए जाएं अतिरिक्त कोच जोनल रेलवे उपभोक्ता परामर्शदात्री समिति (जेडआरयूसीसी) के पूर्व सदस्य योगेश मिश्रा ने कहा कि गर्मी की छुट्टी में ट्रेनों में खासी भीड़ हो रही है। ट्रेनों में आरक्षण उपलब्ध नहीं , जनरल कोच भी नहीं लगे। विशेषतौर पर पूर्वोत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों प्रतीक्षा सूची ज्यादा में हैं अथवा प्रतीक्षा सूची में भी टिकट उपलब्धता बंद (नो रूम) है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में यात्रियों के लिए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने चाहिए या फिर गोरखपुर, अयोध्या, वाराणसी, पटना, हावड़ा, पूरी के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाएं। ट्रेनों को 24 कोच का कम से कम चलाया जाए , एलएचबी कोच में भी 22 को किया जाए। जनरल स्लीपर एवं थर्ड एसी के अतिरिक्त कोच लगाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसे में यात्रियों के लिए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने चाहिए या फिर गोरखपुर, अयोध्या, वाराणसी, पटना, हावड़ा, पूरी के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाएं। ट्रेनों को 24 कोच का कम से कम चलाया जाए , एलएचबी कोच में भी 22 को किया जाए। जनरल स्लीपर एवं थर्ड एसी के अतिरिक्त कोच लगाने चाहिए।
अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रही हैं अहमदाबाद मंडल के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी जितेन्द्र जयंत ने बताया कि जिन-जिन रेलमार्गों पर यात्रियों की ज्यादा भीड़-मांग है वहां अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रही हैं। special trains में अतिरिक्त कोच भी लगाए गए है। विशेषतौर पर कानपुर, पटना, गोरखपुर समेत उत्तर भारत और बिहार के लिए आठ से दस ट्रेनें चलाई जा रही है। जरूरत हुई तो और भी ट्रेनें चलाई जाएंगी।