उन्होंने बुधवार को यह बातें गांधीनगर के महात्मा मंदिर में तीन दिवसीय वैश्विक आयुष निवेशक एवं नवाचार सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहीं।
मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक (डीजी) डॉ टेड्रोस घ्रेबसियस की उपस्थिति में मोदी ने कहा भारत पारंपरिक दवा उत्पादों को मान्यता दिलाने के लिए जल्द ही एक विशेष आयुष मार्क जारी करेगा। भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता के आयुष उत्पादों पर ये मार्क लगाया जाएगा। ये आयुष मार्क आधुनिक तकनीक के प्रावधानों से युक्त होगा। इससे विश्वभर के लोगों को गुणवत्तायुक्त आयुष उत्पादों का भरोसा मिलेगा।
मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक (डीजी) डॉ टेड्रोस घ्रेबसियस की उपस्थिति में मोदी ने कहा भारत पारंपरिक दवा उत्पादों को मान्यता दिलाने के लिए जल्द ही एक विशेष आयुष मार्क जारी करेगा। भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता के आयुष उत्पादों पर ये मार्क लगाया जाएगा। ये आयुष मार्क आधुनिक तकनीक के प्रावधानों से युक्त होगा। इससे विश्वभर के लोगों को गुणवत्तायुक्त आयुष उत्पादों का भरोसा मिलेगा।
आयुष क्षेत्र का कारोबार 18 बिलियन डॉलर पार उन्होंने कहा कि आयुष के क्षेत्र में निवेश और नवाचार की असीमित संभावनाएं हैैं। आयुष दवाओं और कॉस्मेटिक्स के उत्पादन में अभूतपूर्व तेज़ी देखी जा रहे हैं। वर्ष 2014 में जहां आयुष क्षेत्र का कारोबार 3 बिलियन डॉलर से भी कम का था, वह अब बढक़र 18 बिलियन डॉलर के भी पार हो गया है।
प्रधानमंत्री के मुताबिक आयुष मंत्रालय ने परम्परागत दवाओं के क्षेत्र में स्टार्टअप कल्चर को प्रोत्साहन देने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। कुछ दिन पहले ही ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद की ओर से विकसित एक इन्क्यूबेशन सेन्टर का उद्घाटन किया गया है।
प्रधानमंत्री के मुताबिक आयुष मंत्रालय ने परम्परागत दवाओं के क्षेत्र में स्टार्टअप कल्चर को प्रोत्साहन देने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। कुछ दिन पहले ही ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद की ओर से विकसित एक इन्क्यूबेशन सेन्टर का उद्घाटन किया गया है।