लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में अच्छा कदम उन्होंने कहा कि बनास डेयरी परिसर, चीज और मट्ठा संयंत्र डेयरी सेक्टर के विस्तार में अहम हैं। बनास डेयरी ने यह भी सिद्ध किया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे संसाधनों का भी उपयोग किया जा सकता है। इस डेयरी ने यह भी सिद्ध किया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे संसाधनों का भी उपयोग किया जा सकता है। ये भारत के लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में भी एक अच्छा कदम है।
सोमनाथ से जगन्नाथ की धरती तक मिल रहे लाभ मोदी के मुताबिक बनास डेयरी की परियोजनाओं के लाभ सोमनाथ की धरती गुजरात से जगन्नाथ की धरती ओडिशा तक के पशुपालकों को मिल रहे हैं। वाराणसी में बनास काशी परिसर के शिलान्सास का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आज बनास डेयरी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, ओडिशा, आंध्र प्रदेश व झारखंड के पशुपालकों को ज्यादा से ज्यादा लाभ देने का काम कर रही है।