Ahmedabad News : हिंदी है, मेरी शान प्रतियोगिता में कवियों ने दी प्रस्तुतियां
अहमदाबादPublished: Sep 15, 2020 11:26:15 pm
समरस संस्थान साहित्य सृजन की ओर से हिंदी दिवस पर राष्ट्रीय काव्य प्रतियोगिता का आयोजन
प्रतियोगिता में कवियों ने दी प्रस्तुतियां।
अहमदाबाद. समरस संस्थान साहित्य सृजन की ओर से हिंदी दिवस पर राष्ट्रीय काव्य प्रतियोगिता का आयोजन परफेक्ट इवेंट्स एंड लाइफ मैनेजमेंट के सहयोग से ऑन लाइन गूगल मीट के माध्यम से किया गया।
गांधीनगर गुजरात से आयोजित प्रतियोगिता में देश के साहित्यकार, कलमकार, कवि व कवयित्रियों ने हिस्सा लिया। अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार जगन्नाथ विश्वजीत ने की। मुख्य आतिथि मोहित व निर्णायक रविकांत सनाढ्य, नरेन्द्र दाधीच, शाहजहां शाद, दिनेश श्रीवास्तव, डॉ. उमा सिंह किशल्य थीं।
हिंदी है, मेरी शान पर विषय पर आयोजित प्रतियोगिता में कवियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। कवि वर्ग में अहमदाबाद के आत्मप्रकाश कुमार, मध्य प्रदेश के मंडला के प्रो. शरदनारायण खरे व राजस्थान के भीलवााड़ा के कवि सुरेंन सागर, कवयित्री वर्ग में राजकोट की डॉ. भावना सांवलिया, राजस्थान के डूंगरपुर की उर्वशी भट्ट ने क्रमश: स्वर्ण व रजत पदक जीता।
प्रतियोगिता के बाद संम्मान समारोह में समरस संस्थान के संयोजक मुकेश कुमार व्यास ‘स्नेहिल’ ने हिंदी भाषा के विकास के लिए अपने प्रयासों को सतत जारी रखने की बात की। संगठन विस्तार की कड़ी में प्रांतीय अध्यक्ष बिहार के आनन्द गौतम, मध्यप्रदेश के आनन्द जैन, गुजरात के डॉ. विजयप्रताप सिंह, महाराष्ट्र के पोपट भावराव बिरारी, दिल्ली की श्रीमती अंजू मोटवानी, झारखंड की डा. लता मानकर, आसाम की कनकलता जैन, हिमाचल प्रदेश के चंदेल, छत्तीसगढ़ के सुनील दत्त मिश्रा, उत्तराखंड के प्रो. आलोक कुमार यादव के अलावा संरक्षक व सलाहकार जगनन्नाथ विश्वजीत, रविकांत सनाढ्य, नरेन्द्र दाधीच, दिनेश श्रीवास्तव, शाहजहा शाद को मनोनीत किया गया।
संस्थान की संरक्षिका डॉ. उमासिंह किशल्य, अध्यक्षा अर्चना जोशी के अलावा रूपल उपाध्याय, सचिव पूनम गुजरानी, कोषाध्यक्ष अजय पंचारिया व मनीष जोशी ने भी सम्बोधित किया। अंत में मीडिया प्रभारी रोशन धरा हसन ने आभार व्यक्त किया।