उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों वाव में पुलिस परिवार के 2962 अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिजनों की जांच की गई, जिसमें 1867 पुलिस अधिकारी, 384 बच्चे और 644 महिलाएं और 67 प्रशासनिक कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच की गई। वहीं फिक्स वेतनभोगी के तौर पर ड्यूटी करनेवाले कर्मचारियों को भी चिकित्सा के लिए मौजूदा समय में ‘मा-वात्सल्यÓ योजना की तर्ज पर ॅ’मा- कर्मयोगीÓ योजना के तहत केशलेस उपचार मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2016 में प्रस्ताव पारित करने का निर्णय किया है। ‘मा वात्सल्यÓ योजना में संशोधन कर तीन लाख रुपए पारिवारिक आय को 4 लाख वार्षिक निर्धारित किया है।
वहीं सभी लाभार्थी परिवारों को प्रधानमंत्री आयुष्यमान योजना में उनके परिजनों को पांच लाख रुपए तक उपचार की सुविधा मुहैया कराई जाती है। उन्होंने कहा कि गुजरात पुलिस को शार्प, स्मार्ट और फीट रखना ही सरकार का मंत्र है।