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हाथीजण-विवेकानंदनगर के बीच बहता है ‘काले पानी” का नाला

locationअहमदाबादPublished: Nov 19, 2019 10:48:28 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

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हाथीजण-विवेकानंदनगर के बीच बहता है 'काले पानी

हाथीजण-विवेकानंदनगर के बीच बहता है ‘काले पानी

अहमदाबाद. हाथीजण गांव – विवेकानंद नगर के बीच बहने वाले नाले में इन दिनों में कैमिकल वाला पानी छोड़ जा रहा है, जो यहां के बाशिंदों के लिए परेशानी का सबब बन हुआ है। दरअसल, यहां खारीकट नदी बहती है, लेकिन पिछले एक माह से इस नाले में कैमिकल वाला पानी छोड़ा जा रहा है जो देखकर ऐसा लगता है कि यह (नाला) नहीं बल्कि काले पानी की नदी है। जब इस नाले पर बने पुल से गुजरते हैं तो बदबूदार और एकदम काला पानी नजर आता है। यहां तक कैमिकल वाले पानी का फैना तक जमा नजर आता है। आमतौर पर इस नाले के पानी का इस्तेमाल सिंचाई के लिए किया जाता है, लेकिन पिछले एक से डेढ़ माह से कैमिकल वाला पानी बह रहा है, जिसे मवेशी भी पीते हैं। वहीं कैमिकल वाला पानी खेतों में पहुंचने से किसानों की फसल भी बर्बाद हो रही है। हाथीजण से विवेकानंद जाने के लिए ग्रामीणों को इस ब्रिज से ही गुजरना पड़ता है, जिससे बहुत बदबू आती है।
सामाजिक कार्यकर्ता जयेश मुंधवा ने बताया कि हाथीजण-विवेकानंद के बीच बहने वाले खारी नदी में बारिश के मौसम के अलावा कभी भी पानी नजर नहीं आता, लेकिन इन दिनों इस नदी में काला (कैमिकल वाला) पानी बह रहा है। सीवरेज को तोड़कर कैमिकल वाला पानी इस नदी में छोड़ दिया गया है। महानगरपालिका अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो रहा है। दसक्रोई तहसील के गामडी, दिवडी, लाली चोसर, महाजण समेत दस गांवों के लिए इस जहरीले पानी का दंश झेल रहे हैं।
वहीं विष्णुभाई देसाई का कहना है कि यह नदी नरोडा से ओढ़व होते हुए हाथीजण से गुजरती है, लेकिन पिछले कई दिनों से केमिकल वाला पानी बह रहा है, जो काफी बदबू मारता है। लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। कई बार मवेशी इस जहरीले पानी को पी लेते हैं, जो उनके लिए घातक हो सकता है।
गामडी गांव निवासी जयदीप बारोट के मुताबिक यह दूषित और केमिकल वाला खेतों में पहुंच रहा है, जिससे फसलें खराब हो रही है। पानी के बोरों में भी लाल पानी निकलता है, जो पीने योग्य नहीं होता है। सिंचाई के लिए इस नहर में पानी छोड़ जाता था, लेकिन अब तो केमिकल वाला बह रहा है। प्रशासन को ऐसे पानी पर रोक लगानी चाहिए। इस पानी से लोग त्वचा रोग का शिकार बन रहे हैं।
रामोल-हाथीजण वॉर्ड के पार्षद अतुलभाई का कहना है कि खारी नदी के कोज – वे के निकट सीवरेज को तोड़ दिया गया, जिसका केमिकल वाला पानी बह रहा है। महानगरपालिका से तोड़ी गई सीवरेज को बंद करने की मांग की थी। हालांकि सीवरेज अब बंद कर दी गई है, लेकिन इस मामले की जांच करनी चाहिए। दूषित पानी से लोग परेशान है।
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