गुजरात के जूनागढ़, वडोदरा, सूरत और वलसाड़ जिलों में सामने आए बर्ड फ्लू के मामलों के संदर्भ में इस वर्ष करुणा अभियान-2021 के अंतर्गत पक्षियों को बचाने और उपचार के कार्य में विशेष सतर्कता बरतने के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने गांधीनगर में वन एवं पर्यावरण तथा पशुपालन विभाग के वरिष्ठ सचिवों के साथ उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना निर्धारित की है। इस संबंध में संबंधित विभागों को गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए हैं। इसके मुताबिक करुणा अभियान के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, साबुन से हाथ धोना और सैनेटाइजर के उपयोग जैसी मौजूदा कोविड-19 से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा।
प्लास्टिक बैग रखनी होगी यदि कोई मृत पक्षी मिलता है तो उसे जिपलॉक वाली प्लास्टिक की बैग में पैक कर नजदीकी पशुपालन विभाग के उपचार केंद्र में अलग से सुपुर्द करना होगा। घायल पक्षियों को सावधानीपूर्वक कंटेनर में रखकर उपचार केंद्र तक पहुंचाना होगा। कंटेनर को हरबार उपयोग के बाद व्यवस्थित तरीके से सैनेटाइज करना होगा।
अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा और सूरत समेत महानगरपालिका द्वारा सभी वार्डों में मनपा के कर्मचारियों को पर्याप्त मात्रा में पीपीई सूट, दस्ताने, जिपलॉक वाली प्लास्टिक की बैग और घायल पक्षियों के परिवहन के लिए योग्य कंटेनर उपलब्ध कराकर 20 जनवरी के दौरान घायल पक्षियों को विभिन्न इलाकों से सावधानीपूर्वक एकत्र कर निकट के उपचार केंद्रों तक पहुंचाने का कार्य सौंपना होगा।
इसके लिए मनपा आयुक्त को वन विभाग और पशुपालन विभाग के स्थानीय अधिकारियों का मार्गदर्शन और सहयोग लेना होगा। इस उच्चस्तरीय बैठक में वन एवं पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजीव कुमार गुप्ता, पशुपालन निदेशक फाल्गुनीबेन और प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्यामल टिकादर उपस्थित थे।