scriptजिसे लगता था ड्राइविंग से डर, वह कार से घूमी 32 देश | President to confer Only Woman Achiever from Gujarat | Patrika News

जिसे लगता था ड्राइविंग से डर, वह कार से घूमी 32 देश

locationअहमदाबादPublished: Jan 19, 2018 11:03:27 pm

Submitted by:

Uday Kumar Patel

राष्ट्रपति शनिवार को करेंगे भारुलता को सम्मानित
112 महिलाओं की सूची में गुजरात की इकलौती महिला

Women Driver
उदय पटेल

अहमदाबाद. 44 वर्षीय भारुलता कांबले को ड्राइविंग से काफी डर लगता था। उनकी छोटी बहन उसे डरपोक कहकर खूब चिढ़ाती थी। कार चलाने की ट्रेनिंग भी ली, लेकिन डर इतना कि एक दिन के बाद एक महीने तक दुबारा सीखने ही नहीं गई। बाद में उनके मन में काफी द्वंद्व हुआ कि आखिर वह ड्राइविंग से क्यों डरती हैं, फिर साहस जुटा ड्राइविंग करना आरंभ किया। उन्हें ड्राइङ्क्षवग का ऐसा शौक लगा कि आज वे विश्व की अकेली ऐसी महिला चालक हैं जिन्होंने 32 देशों में 32 हजार से ज्यादा किलोमीटर तक कार चलाई।
गुजरात की नवसारी मूल के जलालपोर तहसील के आट गांव की भारुलता शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अपने-अपने क्षेत्रों में असाधारण कार्य करने वाली 112 महिलाओं के साथ सम्मानित होंगी। इंग्लैण्ड में रहने वाली प्रवासी भारतीय भारुलता ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ ’के अभियान के तहत गत वर्ष बिना किसी बैकअप गाड़़ी व अन्य सदस्य के अकेले विश्व के 32 देशों की यात्रा की। यात्रा के दौरान 9 पर्वत श्रृंखलाएं और तीन रेगिस्तान भी पार किए। आर्कटिक सॢकल पर भारतीय तिरंगा लहराने वाली पहली महिला भारुलता ने राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होने की पूर्व संध्या पर पत्रिका से विशेष बातचीत में बताया कि यह काफी अहम व गौरवान्वित करने वाले पल होंगे। इस उपलब्धि को हासिल करने के बाद गत वर्ष उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वागत किया था, जो उनके जीवन का अमूल्य क्षण था।
पति व परिवार ने दिया साथ:
इंंग्लैण्ड में यूरोलोजिस्ट के रूप में कार्यरत उनके पति डॉ सुबोध कांबले की ओर से उन्हें काफी मदद मिली। पति के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों ने भी उन्हें इस अभियान के लिए खूब प्रेरित किया। भारुलता के पास इंग्लैण्ड और आस्ट्रेलिया की दोहरी नागरिकता है, वहीं ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) भी हैं। वे वर्ष में कई बार नवसारी जिले के अपने गांव आती हैं।
अगला मिशन: 50 देशों में 50 हजार किमी का सफर

भारुलता कहती हैं कि अब वे वर्ष 2019 में विश्व के 50 देशों में 50 हजार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा करेंगी। यह होम टू होम का सफर होगा, जिसे द गिफ्ट ऑफ लाइफ ड्राइव-2 का नाम दिया गया है। यह यात्रा लंदन स्थित इंग्लैण्ड की संसद से लेकर नई दिल्ली के संसद तक होगी। चार महीने के इस सफर के इस दौरान वे यूरोप, मध्य एशिया, दक्षिण एशिया व स्कैंडिनेवियाई देशों से गुजरेगी।
कुछ भी कर सकती हैं महिलाएं, सिर्फ आत्मविश्वास जरूरी

महिलाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाएं आज कुछ भी कर सकती हैं। यदि महिलाएं खुद के लिए अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो सकती हैं तो कोई भी आपके लिए नहीं आएगा। आत्मविश्वास ही व्यक्ति को काफी आगे तक ले जाता है। लक्ष्य रखने के साथ सपने देखें और उसे पूरा करने का माद्दा रखें।

ट्रेंडिंग वीडियो