Ahmedabad News : प्रो. जे.जे. वोरा अध्यक्ष व डॉ. जगदीश महामंत्री बने
अहमदाबादPublished: Dec 14, 2019 12:13:14 am
हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात यूनिवर्सिटी शैक्षिक संघ की बैठक में पदाधिकारी नियुक्त
Ahmedabad News : प्रो. जे.जे. वोरा अध्यक्ष व डॉ. जगदीश महामंत्री बने,Ahmedabad News : प्रो. जे.जे. वोरा अध्यक्ष व डॉ. जगदीश महामंत्री बने,Ahmedabad News : प्रो. जे.जे. वोरा अध्यक्ष व डॉ. जगदीश महामंत्री बने
हिम्मतनगर. पाटण स्थित हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात यूनिवर्सिटी के शैक्षिक संघ की शुक्रवार को आयोजित हुई बैठक में रसायन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष व विज्ञान संकाय के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. जे.जे. वोरा अध्यक्ष व मोडासा स्थित विज्ञान महाविद्यालय के डॉ. जगदीश प्रजापति महामंत्री नियुक्त किए गए।
यूनिवर्सिटी के रसायन विज्ञान विभाग में आयोजित बैठक में इनके अलावा हिम्मतनगर के डॉ. ए.के. पटेल, चाणस्मा के डॉ. रोहित देसाई, डीसा के डॉ. भानुभाई पटेल को उपाध्यक्ष, विसनगर के डॉ. जे.एम. चौधरी, हिम्मतनगर के डॉ. कमलेश भट्ट, धनसुरा के डॉ. गोपाल पटेल को मंत्री, महेसाणा के डॉ. श्रीधर जोशी, मोडासा के डॉ. अशोक श्राफ को सह मंत्री, राजेन्द्रनगर के डॉ. प्रवीण चौधरी को कोषाध्यक्ष, पाटण के डॉ. के.के. पटेल को प्रचार-प्रसार मंत्री नियुक्त किया गया।
गुरुवंदना, कत्र्तव्य बोध कार्यक्रमों से युवाओं के लिए पथ प्रदर्शक बना
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संगठन मंत्री महेन्द्र कपूर ने बैठक में कहा कि यह संगठन गुरुवंदना, कत्र्तव्य बोध सरीखे कार्यक्रमों से देश के युवाओं के लिए पथ प्रदर्शक बनता है। संगठन से जुड़े शिक्षक समाज में राष्ट्रीय विचार का चिंतन करते हैं, संगठन किसी हड़ताल में विश्वास नहीं करता बल्कि सकारात्मक विचार के साथ संगठनात्मक ढांचा खड़ा कर सच्ची दिशा में सामूहिक निर्णय करता है, सच्चे राष्ट्र निर्माण की दिशा में काम करता है। इन कार्यों के अलावा यह संगठन शिक्षकों की व शिक्षा संबंधी समस्याओं को हल करने के लिए प्रयत्नशील है।
राष्ट्रीय विचार व तीन सूत्र के साथ काम करता है संगठन
महासंघ के उच्च शिक्षा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष प्रज्ञेश शाह ने कहा कि देश के 27 राज्यों में कार्यरत महासंघ के 10 लाख शिक्षक सदस्य हैं। यह संगठन राष्ट्रीय विचार व तीन सूत्र – ‘राष्ट्र के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक व शिक्षक के हित में समाजÓ के साथ राष्ट्र के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के हित में शिक्षा के लिए कार्य कर शिक्षक समाज का भला करता है तब निश्चित तौर पर समाज में भी शिक्षक की स्वीकृति गुरु के तौर पर होती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्र में पुन: गुरु शिक्षा प्रणाली व मूल्यनिष्ठ शिक्षा व्यवस्था स्थापित कर मैकाले की शिक्षा व्यवस्था बदलेगी, जिससे भारत विश्व गुरु का स्थान प्राप्त करेगा।