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Ahmedabad News : चश्मा पहनने पर कोरोना से बचाव संभव!

locationअहमदाबादPublished: Sep 25, 2020 11:37:48 pm

Submitted by:

Rajesh Bhatnagar

चीनी अध्ययन में इस बात का पता चला, लेकिन आंख के विशेषज्ञों के अलग-अलग मत

Ahmedabad News : चश्मा पहनने पर कोरोना से बचाव संभव!

डॉ. नीरा कंजानी।

राजेश भटनागर/ओम प्रकाश शर्मा/उदय पटेल

अहमदाबाद. भारत कोरोना संक्रमण के मामले में दुनिया में अमरीका के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण चिंता की स्थिति देखी जा रही है। ऐसे में चीन में हुए एक अध्ययन में पता चला है कि चश्मा पहनने वालों को कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने की संभावना रहती है।
इस अध्ययन में यह पाया गया है कि चश्मे के शीशे के कारण कोरोना संक्रमण की कम संभावना रहती है। इससे लोग आंखों को बार-बार नहीं छूते जिससे हाथों से वायरस आंख तक नहीं पहुंचता। चश्मे के कारण वायरस के आंखों तक पहुंचने का खतरा कम रहता है। इस पर कई विशेषज्ञों के अलग-अगल मत हैं। कईयों का कहना है कि यह एक सिर्फ अध्ययन है जिससे कुछ निश्चित नहीं किया जा सकता।
अहमदाबाद की नेत्र विशेषज्ञ डॉ. नीरा कंजानी ने चीनी अध्ययन का समर्थन करते हुए कहती हैं कि आंख के आस-पास हाथ लगने पर हाथ के जरिए आंख में कोरोना का वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है। सार्वजनिक स्थान पर वॉशरूम में किसी व्यक्ति के थूंकने पर उस स्थान पर कोरोना के वायरस फैलते हैं और चश्मा नहीं पहनने या खुली आंखों के जरिए कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसी प्रकार वॉश बेसिन में किसी व्यक्ति के थूंकने के बाद वहां हाथ धोने के लिए झुकने वाले की आंखों के जरिए भी कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि यह पता लगाना कठिन है कि कोरोना वायरस नाक या आंख के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। उनका कहना है कि यह प्रमाणित नहीं हुआ है कि आंखों के जरिए कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश करता है, लेकिन आंखों के जरिए कोरोना फैलने की संभावना उतनी ही है जितना नाक से श्वास लेने पर संभावना है।
बुजुर्गों को लगाना चाहिए प्रोटेक्टिव ग्लास

मास्क लगाने के कारण मुंह या नाक के जरिए कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश करने से बच सकता है लेकिन आंख खुली रहने के कारण शरीर में कोरोना वायरस के प्रवेश की संभावना रहती है इसलिए अधिक आयु के लोगों को सलाह दी जाती है कि वे प्रोटेक्टिव ग्लास (बचाव के लिए चश्मा) लगाएं। सही सलाह बच्चों सहित सभी लोगों को भी दी जाती है।
बैरियर का काम करता है चश्मा

चश्मा बैरियर का काम करता हैै इसलिए इससे सीधे हाथ नहीं लगाने पर सुरक्षा मिलती है। चश्मा पहनने पर आंखें बार-बार नहीं छूते हैं जिससे कंटामिनेशन नहीं हो पाता है। हालांकि आंख के मार्फत वायरस जा सकता है।
डॉ सोमेश अग्रवाल, विभाग अध्यक्ष, रेटिना विभाग, नेत्र विशेषज्ञ, सरकारी आंख अस्पताल

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