जानकारी के अनुसार जामनगर मार्केट यार्ड में मंगलवार को ३०० किसानों को एमएमएस भेजकर बुलाया था, जिनमें से सिर्फ १८ किसान ही पहुंचे थे। जिससे सभी की मूंगफली खरीदी गई। इसीप्रकार ध्रोल मार्केट यार्ड में २०० किासनों को बुलाया तो २१ किसान पहुंचे और सभी से मूंगफली खरीदी गई।
१०० किसानों को बुलाया, एक भी नहीं पहुंचा
उधर, जोडिया मार्केट यार्ड में मूंगफली बेचने के लिए १०० किसानों को बुलाया गया, लेकिन एक भी किसान नहीं पहुंचा। कालावड में ३०० किसानों को बुलाया तो आधे अर्थात १५० किसान पहुंचे, जिनमें से ६ किसानों की मूंगफली रिजेक्ट होने से १४४ किसानों से मूंगफली खरीदी गई।
जामजोधपुर मार्केट यार्ड में ३०० किसानों को मैसेज करके बुलाया तो १७५ किसान आए थे। उनमें से १६४ किसानों की मूंगफली खरीदी और ११ किसानों की मूंगफली रिजेक्ट कर दी थी। इसी तरह लालपुर यार्ड में ३०० किसानों को बुलाया तो ४९ किसान ही पहुंचे। उनमें से भी तीन किसानों की मूंगफली रिजेक्ट होने से ४६ किसान ही मूंगफली बेच सके थे।
इस प्रकार जिले की सभी मार्केट यार्डों की बात करें तो छह यार्डों में १५०० किसानों को बुलाया और ४१३ किसान ही पहुंचे थे। उनमें से २० किसानों की मूंगफली रद्द होने से ३२३ किसानों की मूंगफली की समर्थन मूल्य पर बिकी थी।