राहुल गांधी ईमानदार नेता, अच्छा काम करने को जुड़े कांग्रेस से : हार्दिक पटेल
हार्दिक पटेल बोले विरोध का सबको हक, चुनाव लडऩा हाईकोर्ट के फैसले पर निर्भर, जामनगर पर विचार
राहुल गांधी ईमानदार नेता, अच्छा काम करने को जुड़े कांग्रेस से : हार्दिक पटेल
अहमदाबाद. पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उभरे युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के मंगलवार को कांग्रेस पार्टी का हाथ थामने के बाद पाटीदारों की ओर से किए जा रहे विरोध पर हार्दिक ने कहा कि विरोध करने का सबको अधिकार है। जहां तक कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के निर्णय पर सवाल है तो स्पष्ट है कि वह महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल, नेताजी सुभाषचंद्र बोस की विचारधारा वाली पार्टी से जुड़े हैं। जिस पार्टी ने आजादी दिलाई।
हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ईमानदार हैं। वह सपने में भी किसी का बुरा नहीं सोचते हैं। यही विचारधारा है, जिसके चलते वह कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं।
उनका सक्रिय राजनीति में आने का मकसद समाज के लिए, युवाओं के लिए, महिलाओं के लिए, किसानों के लिए अच्छे काम करना है। उन्होंने मीडिया की ओर से पूछे गए सवाल पर कहा कि वह पहले इसलिए किसी भी दल में शामिल होने या चुनाव लडऩे से इनकार करते थे क्योंकि वह समाज को आरक्षण दिलाने के लिए लड़ रहे थे। जब सरकार ने उनकी मांग को ध्यान में रखते हुए देशभर के गरीब सवर्णों को 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस आरक्षण दिया है तो उन्हें लगता है कि कुछ हद तक उनकी मांग पूरी हुई है। यह बात अलग है कि अभी यह मुद्दा सुप्रीमकोर्ट में है।
हार्दिक ने कहा कि उनका लोकसभा चुनाव लडऩा या नहीं लडऩा गुजरात हाईकोर्ट के निर्देश पर निर्भर करेगा। हालांकि वह चुनाव लडऩा चाहते हैं। जामनगर सीट से लडऩे पर वह विचार कर भी रहे हैं। हार्दिक को महेसाणा विधायक के कार्यालय में तोडफ़ोड़ व आगजनी के मामले में दोषी करार दिया गया है। जिसके चलते वह चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। हालांकि वह अभी जमानत पर हैं। लेकिन दोषी करार दिए जाने के फैसले को उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट में चुनौती दी है, ताकि वह चुनाव लड़ सकें।
हार्दिक ने कहा कि युवाओं को भी सक्रिय राजनीति में आना चाहिए ताकि वह अपने समाज का भला कर सकें। फिर चाहे पार्टी कांग्रेस हो या भाजपा या अन्य पार्टी ही क्यों ना हो। लालजी पटेल की ओर से दी गई पांच हजार पाटीदार की भीड़ जुटाने की चुनौती पर हार्दिक पटेल कहते हैं कि यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि जनता किसके साथ है। उनकी आयु अभी २५ साल है। उनके पास काफी वक्त है। वह अभी काफी कुछ सीख रहे हैं।