रेलकर्मी संगठनों का आरोप है कि गार्ड और लोको पायलट का लाइन बॉक्स, जिसमें ड्यूटी पर काम आने वाले आवश्यक सामान तथा औजार रखे जाते हैं, बंद कर दिया गया और यह सामान, जिसका वजन लगभग पांच -छह किलोग्राम हो जाता है, उनको अपने साथ लेकर ड्यूटी आने जाने के आदेश जारी कर दिए गए। इन सामानों के अतिरिक्त रनिंग स्टाफ का खुद का भी खाने-पीने तथा कपड़े समेत सामान साथ रखना होता है जिससे बैग का वजन बहुत बढ़ जाता है। ट्रॉली बैग लेकर ड्यूटी करने संभव नहीं है।
डबल्यूआरईयू के मडल मंत्री एच.एस. पाल, के नेतृत्व में मंडल अध्यक्ष दिनेश पंचाल के मार्गदर्शन में मंडल संगठन मंत्री संजय सूर्यबली, कोषाध्यक्ष हरीराम मीना के अलावा मंडल व शाखा के पदाधिकारी और रेलकर्मी शामिल थे।
वहीं डबल्यूआरएमएस के मंडल सचिव आर.ए. भाटिया के नेतृत्व और अध्यक्ष यूवीएस तोमर के मार्गदर्शन में मजदूर संघ के पदाधिकारी और रेलकर्मी शामिल थे। उन्होंने रेल प्रशासन की ओर से रनिंग कर्मचारियों के लाइन बॉक्स को हटाकर ट्रॉली बैग का उपयोग करने का आदेश का विरोध किया। उनका कहना है कि इस आदेश से रनिंग स्टाफ में आक्रोश है। ट्रॉली बैग लेकर ड्यूटी करना संभव नहीं है। प्रदर्शन में रेलकर्मी संगठनों के पदाधिकारियों ने उच्च अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व भी इन संगठनों ने इसमुद्दे पर रेलवे बोर्ड और जोनल स्तर पर अपना विरोध जता चुके हैं।