पश्चिम रेलवे का मुख्यालय बने अहमदाबाद-गांधीनगर
अहमदाबाद. शाहीबाग के सरकिट हाउस में गुरुवार को हुई बैठक में सांसदों अपने अपने-अपने इलाकों के मुद्दे रखे। राज्यसभा सांसद नारण राठवा ने पश्चिम रेलवे का मुख्यालय मुंबई के बजाय गुजरात के अहमदाबाद या गांधीनगर को लाने प्रस्ताव रखा। उन्होंने एक सर्वे और जनता की राय का हवाला देते हुए कहा कि पश्चिम रेलवे का 90 फीसदी रेल ट्रैफिक गुजरात से होकर जाता है। इससे अहमदाबाद या फिर गांधीनगर को पश्चिम रेलवे का मुख्यालय बनाना चाहिए। उन्होंने यह भी दलील दी कि गुजरात को छोड़कर ज्यादातर राज्यों की राजधानियों में जोनल रेलवे के मुख्यालय होता हैंं। इसके अलावा नडियाद-मोडासा ब्रोडगेज लाइन से शामलाजी रोड रेलवे स्टेशन को राजस्थान जोडऩे का प्रस्ताव रखा। उन्होंने छोटा उदेपुर से वापी-भिलाडा, छोटा उदेपुर- पालनपुर, छोटा उदेपुर-सोमनाथ के बीच ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव दिया।
पंचमहाल से सांसद प्रभातसिंह चौहाण ने दिल्ली -मुंबई के बीच दौडऩे वाली सभी ट्रेनों का ठहराव गोधरा रेलवे स्टेशन देने का मुद्दा उठाया। उन्होंने गोधरा – शहेरा, लुनावाडा- मोडासा होते हुए लाइन चलाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने खरसीला रेलवे स्टेशन, जो उनका गांव भी है यहां ट्रेनों का स्टॉपेज है, लेकिन यहां प्लेटफार्म नहीं है। इससे लोगों ट्रेनों में चढऩे में दिक्कत होती है। यहां प्लेटफार्म का निर्माण होना चाहिए।
साबरकांठा के सांसद दीपसिंह राठौड़ ने अहमदाबाद-उदयपुर मार्ग पर शीघ्र ट्रेन दौडऩे का मुद्दा उठाया था। उन्होंने बताया कि रेल प्रशासन ने इस मार्ग पर इस वर्ष दिसम्बर तक ट्रेन दौडऩे का विश्वास दिलाया है। इससे हररोज अपडाउन करने वालों को भी आसानी होगी।
अहमदाबाद. शाहीबाग के सरकिट हाउस में गुरुवार को हुई बैठक में सांसदों अपने अपने-अपने इलाकों के मुद्दे रखे। राज्यसभा सांसद नारण राठवा ने पश्चिम रेलवे का मुख्यालय मुंबई के बजाय गुजरात के अहमदाबाद या गांधीनगर को लाने प्रस्ताव रखा। उन्होंने एक सर्वे और जनता की राय का हवाला देते हुए कहा कि पश्चिम रेलवे का 90 फीसदी रेल ट्रैफिक गुजरात से होकर जाता है। इससे अहमदाबाद या फिर गांधीनगर को पश्चिम रेलवे का मुख्यालय बनाना चाहिए। उन्होंने यह भी दलील दी कि गुजरात को छोड़कर ज्यादातर राज्यों की राजधानियों में जोनल रेलवे के मुख्यालय होता हैंं। इसके अलावा नडियाद-मोडासा ब्रोडगेज लाइन से शामलाजी रोड रेलवे स्टेशन को राजस्थान जोडऩे का प्रस्ताव रखा। उन्होंने छोटा उदेपुर से वापी-भिलाडा, छोटा उदेपुर- पालनपुर, छोटा उदेपुर-सोमनाथ के बीच ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव दिया।
पंचमहाल से सांसद प्रभातसिंह चौहाण ने दिल्ली -मुंबई के बीच दौडऩे वाली सभी ट्रेनों का ठहराव गोधरा रेलवे स्टेशन देने का मुद्दा उठाया। उन्होंने गोधरा – शहेरा, लुनावाडा- मोडासा होते हुए लाइन चलाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने खरसीला रेलवे स्टेशन, जो उनका गांव भी है यहां ट्रेनों का स्टॉपेज है, लेकिन यहां प्लेटफार्म नहीं है। इससे लोगों ट्रेनों में चढऩे में दिक्कत होती है। यहां प्लेटफार्म का निर्माण होना चाहिए।
साबरकांठा के सांसद दीपसिंह राठौड़ ने अहमदाबाद-उदयपुर मार्ग पर शीघ्र ट्रेन दौडऩे का मुद्दा उठाया था। उन्होंने बताया कि रेल प्रशासन ने इस मार्ग पर इस वर्ष दिसम्बर तक ट्रेन दौडऩे का विश्वास दिलाया है। इससे हररोज अपडाउन करने वालों को भी आसानी होगी।