इसके मद्देनजर ही अहमदाबाद रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रविंद्र श्रीवास्तव के मार्गदर्शन व सहायक वाणिज्य प्रबंधक अतुल त्रिपाठी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसमें उप मुख्य टिकट निरीक्षक नीरज मेहता, शाजी फिलिप्स, वी डी बारोट, शैल तिवारी, नरेंद्र कुमार और रविशंकर पांडेय ने अहमदाबाद रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में जांच की, जिसमें 01 मई को 28 मामले पकड़े और यात्रियों से 28000 रुपए जुर्माना वसूला। वहीं 03 मई को 24 मामले पकड़े, जिसमें यात्रियों से 30,000 रुपए जुर्माना वसूला।
एक रेल अधिकारी के अनुसार इस जालसाजी को रोकने के लिए संबन्धित रेल मुख्यालयों को भी सूचित किया गया है, ताकि इन एजेन्ट्स पर नकेल कसी जा सके। अहमदाबाद के मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार झा ने वाणिज्य विभाग की कार्रवाई को सराहा है। पिछले वर्ष भी उत्तर प्रदेश एवं बिहार से अहमदाबाद आने वाली ट्रेनों में अहमदाबाद एवं आसपास के दलालों ने तत्काल कोटा और वरिष्ठ नागरिक कोटा में रेलवे आरक्षण कार्यालय से टिकट निकाल कर छेड़छाड़ की थी और यात्रियों से मनमाफिक चार्ज वसूला था । इस गोरखधंधे को सबसे पहले अहमदाबाद मण्डल के वाणिज्य कर्मचारियों ने ही उजागर किया गया था। सहायक वाणिज्य प्रबंधक अतुल त्रिपाठी के नेतृत्व में नीरज मेहता और विनोद वानिया की मुख्य भूमिका थी।