स्नातक की पढ़ाई कर चुकीं बारा ने वर्ष 1977 में शिक्षक के रूप में अपना करियर साबरकांठा जिले में महाराजा हमीरसिंह जी हाईस्कूल में शुुरु किया था। वर्ष 1986 में उन्होंने गुजरात लोक सेवा आयोग (जीपीएससी) की परीक्षा उत्तीर्ण की और उन्हें ग्रुप ए संवर्ग में अवर सचिव नियुक्त किया गया। वर्ष 2002 तक वे विभिन्न विभागों में पदस्थापित होती हुई उप सचिव के पद पर पहुंची थीं।
वर्ष 2002 में वीआरएस लेते हुए वे भाजपा से जुड़ीं। वर्ष 2004 में वे खेडब्रह्मा विधानसभा सीट के उपचुनाव में जीत गई। गुजरात आदिवासी विकास निगम (जीटीटीसी) की चेयरमैन के रूप में कार्यरत रहीं। उन्हें कुशल प्रशासक माना जाता है। बारा के पिता भी जनसंघ के पुराने कार्यकर्ता रह चुके हैं।