scriptबागी नेता-विधायक बिगाड़ सकते हैं भाजपा-कांग्रेस की जीत का गणित | Rebel leader-MLAs can spoil the victory of BJP-Congress | Patrika News

बागी नेता-विधायक बिगाड़ सकते हैं भाजपा-कांग्रेस की जीत का गणित

locationअहमदाबादPublished: Nov 18, 2022 10:37:10 pm

Rebel leader-MLAs can spoil the victory of BJP-Congress -भाजपा के विधायक श्रीवास्तव, 3 पूर्व विधायकों ने निर्दलीय की उम्मीदवारी
 

बागी नेता-विधायक बिगाड़ सकते हैं भाजपा-कांग्रेस की जीत का गणित

बागी नेता-विधायक बिगाड़ सकते हैं भाजपा-कांग्रेस की जीत का गणित

Ahmedabad. गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में बागी नेता भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी तीनों ही का गणित बिगाड़ सकते हैं। सबसे नुकसान भाजपा को होने के आसार हैं। दरअसल भाजपा विधायक मधू श्रीवास्तव सहित 3 पूर्व विधायकों ने टिकट नहीं मिलने के चलते निर्दलीय उम्मीदवारी कर दी है।
वडोदरा की वाघोडिया सीट से मौजूदा विधायक मधू श्रीवास्तव को टिकट नहीं मिलने से उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय दावेदारी कर दी है। पार्टी ने उनकी जगह अश्विन पटेल को टिकट दिया है। श्रीवास्तव इससे नाराज हैं। पार्टी नेताओं की समझाइश भी काम नहीं आई। वे 6 बार के विधायक हैं।
वडोदरा की पादरा सीट से भाजपा नेता दिनेश पटेल उर्फ दिनू मामा ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र भरा है। उन्होंने टिकट मांगी थी लेकिन भाजपा ने इस सीट से चैतन्य सिंह झाला को टिकट दिया है।
अरवल्ली जिले की बायड सीट से पूर्व विधायक धवल सिंह झाला ने भी टिकट न मिलने से नाराज होकर निर्दलीय उम्मीदवारी कर दी है। उनका कहना है कि पार्टी ने उन्हें टिकट देने की बात कही थी लेकिन उनकी जगह भीखीबेन परमार को टिकट दे दी। उनके समर्थकों ने कमलम् पहुंचकर हल्लाबोल भी किया था, लेकिन कोई हल नहीं निकला। झाला 2017 में इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। फिर भाजपा में शामिल हो गए लेकिन उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जशु पटेल ने उन्हें हरा दिया।
आदिवासी पट्टे पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही भाजपा को नांदोद जनजातीय सीट पर भी कड़ी चुनौती मिल सकती है। पार्टी के आदिवासी चेहरे व पूर्व विधायक हर्षद वसावा ने टिकट न मिलने से नाराज होकर निर्दलीय दावेदारी कर दी। भाजपा ने यहां से दर्शना वसावा को टिकट दिया है।
जूनागढ़ जिले की केशोद सीट से भी पूर्व विधायक अरविंद लाडानी ने निर्दलीय नामांकन पत्र भरा है। इस सीट से भाजपा ने मौजूदा विधायक देवा मालम को फिर टिकट दिया है। इससे लाडानी नाराज हैं।
बनासकांठा जिले की धानेरा सीट से भाजपा नेता मावजी देसाई ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। यहां से भाजपा ने भगवान चौधरी को टिकट दी है।
महिसागर जिले की लूनावाडा सीट से भी भाजपा के दो नेताओं ने नामांकन पत्र भरा है। इनमें महिसागर जिला के पूर्व अध्यक्ष जे पी पटेल और एक अन्य नेता एस एम खांट शामिल हैं। भाजपा ने यहां से जिग्नेश सेवक को टिकट दी है।

कांग्रेस ने अवसर को भुनाया
कांग्रेस पार्टी ने भाजपा नेताओं के विरोध को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक व पूर्व सांसद प्रभात सिंह चौहान ने पार्टी छोड़ कांग्रेस के टिकट पर कालोल सीट से दावेदारी की है। भाजपा ने फतेसिंह चौहान को टिकट दिया है। वहीं दूसरी ओर शहेरा सीट से मौजूदा विधायक जेठा भरवाड़ को फिर टिकट देने से नाराज भाजपा नेता खतू पगी को भी कांग्रेस ने टिकट दिया है। इन दो सीटों पर अब भाजपा नेताओं के बीच भिड़ंत होगी।

नाम वापस न लेने वाले नेता होंगे सस्पेंड: पाटिल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल ने कहा कि जिन नेताओं ने पार्टी के मैंडेट के विरुद्ध जाकर बगावत करते हुए नामांकन पत्र भरा है। वे वापस ले लें। यदि वापस नहीं लेंगे तो पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी। उन्हें सस्पेंड किया जाएगा।

कांग्रेस में भी कलह
बगावत के सुर कांग्रेस पार्टी में भी बुलंद हैं। दहेगाम सीट से पूर्व विधायक कामिनीबा भी कांग्रेस पार्टी के लिए सिरदर्द बनी हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर संगीन आरोप लगाते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दावेदारी कर दी है। कांग्रेस ने वखत सिंह चौहान को टिकट दिया है। अहमदाबाद की जमालपुर खाडिया सीट से टिकट न मिलने से नाराज पूर्व पार्षद शहनवाज शेख के 16 समर्थकों को पार्टी ने निलंबित कर दिया है। यहां से इमरान खेड़ावाला को टिकट दी गई है। हालांकि शहनवाज ने निर्दलीय दावेदारी नहीं की है। इसी प्रकार से धंधुका सीट से मौजूदा विधायक राजेश गोहिल का टिकट काटा है, उनकेसमर्थक नाराज हैं। हरपाल सिंह चुड़ास्मा को टिकट दिया है।

आप भी नहीं है अछूती, कई जगह बदले उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी को भी बगावती नेताओं से डर है। इस स्थिति से निपटने के लिए पार्टी ने अंत समय तक अपना उम्मीदवार बदला है। विरमगाम से अमरसिंह ठाकोर को अपना प्रत्याशी बनाया है। मातर सीट से उम्मीदवार बदला तो पूर्व उम्मीदवार ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र भर दिया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो