अस्पताल में निशुल्क किया ऑपरेशन
बालिका के फेफड़े से पत्थर को निशुल्क निकाला गया। बेहतर तकनीक अपनाने के कारण किसी तरह की चीडफ़ाड़ की भी जरूरत नहीं हुई। आमतौर पर इस तरह के ऑपरेशन में निजी अस्पतालों में एक लाख से अधिक का खर्च हो सकता था।
डॉ. जी.एच राठौड़, चिकित्सा अधीक्षक सिविल अस्पताल
बालिका के फेफड़े से पत्थर को निशुल्क निकाला गया। बेहतर तकनीक अपनाने के कारण किसी तरह की चीडफ़ाड़ की भी जरूरत नहीं हुई। आमतौर पर इस तरह के ऑपरेशन में निजी अस्पतालों में एक लाख से अधिक का खर्च हो सकता था।
डॉ. जी.एच राठौड़, चिकित्सा अधीक्षक सिविल अस्पताल