धुआं उठने और लपटों के पहली मंजिल तक पहुंचने के चलते ट्यूशन पढ़ रहे 16 बच्चे एवं पहली मंजिल पर रहने वाले करीब ४० लोग उसमें फंस गए। जिन्हें शिक्षक व पड़ोस के दुकानदारों और लोगों ने मिलकर सावधानी पूर्वक नीचे उतारा। कुछ को पड़ोस में स्थित एक अन्य कॉम्पलैक्स की खिडक़ी के जरिए छत पर पहुंचकर बचाया गया। समय रहते बच्चों के बाहर आ जाने से जानहानि टल गई। गोदाम व कॉम्पलैक्स में फायर सेफ्टी के पर्याप्त साधन नहीं होने की बात भी सामने आ रही है। इतना ही नहीं कॉम्पलैक्स के पास कोई एनओसी भी नहीं होने की बात सामने आई है। इस कॉम्पलैक्स में कई लोग रहते
भी हैं।
डीइओ की भी नींद टूटी, सात टीमों ने शुरू की जांच
सूरत में एक ट्यूशन क्लासेज में आग लगने के चलते एक विद्यार्थी और एक शिक्षिका की जान चली गई थी। उसके बाद शहर में कॉम्पलैक्सों में चलने वाले ट्यूशन क्लासेजों और वह जिस कॉम्पलैक्सों में चल रही हैं, उनमें भी फायर सुविधा का मूल्यांकन किया गया था। बावजूद उसके कोई कार्रवाई हीं की गई। इस बीच बुधवार सुबह जीवराज पार्क इलाके में आग की घटना सामने आने पर एक बार फिर से अहमदाबाद शहर ग्राम्य जिला शिक्षा अधिकारी राकेश व्यास की ओर से जीवराज पार्क की आस्था ट्यूशन क्लासेज व इस कॉम्लैक्स में कोई अन्य क्लासेज चल रही है या नहीं उसका जायजा लिया गया। साथ ही सात टीमें गठित करके पांच दिनों तक शहर के सभी इलाकों में ट्यूशन क्लासेज व कॉम्पलैक्सों में फायर सेफ्टी की सुविधा, साधन हैं या नहीं उसका मूल्यांकन करने के निर्देश दिए हैं।
जिस पर सातों टीमों ने बुधवार को निकोल, वस्त्रापुर व अन्य इलाकों में जांच की। आस्था ट्यूशन क्लासेज के बाबूभाई मकवाणा ने संवाददाताओं को बताया कि धुएं का गुबार होने और आग के विकराल रूप लेने पर उन्होंने व अन्य लोगों ने मिलकर बच्चों को नीचे समय रहते उतार दिया।
12 फायर फाइटर की लेनी पड़ी मदद
दमकल विभाग सूत्रों का कहना है कि आग को बुझाने में 12 फायर फाइटर व टेंकरों की मदद लेनी पड़ी। आग काफी भयंकर थी। आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। लेकिन प्राथमिक जांच में सामने आया कि कॉम्पलैक्स, गोदाम और ट्यूशन क्लासेज में फायर सेफ्टी की सुविधा का अभाव था। इमारत के पास ही ना तो फायर विभाग की एनओसी और ना ही हेल्थ विभाग का लाइसेंस था। बिल्डिंग के पास बीयू परमीशन है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा इमारत में काफी अतिरिक्त निर्माण किया गया है। यह आग कॉम्पलैक्स में स्थित अरिहंत एन्टरप्राइज के मालिक हीरालाल ठक्कर के गोदाम में लगी। फायरब्रिगेड को गोदाम की ऊपरी ग्रिल तोडक़र अंदर घुसना पड़ा।
आठ एलपीजी सिलेंडर भी मिले
अहमदाबाद दमकल विभाग के अतिरिक्त मुख्य दमकल अधिकारी राजेश भट्ट ने कहा कि कॉम्पलैक्स में फायर सेफ्टी का अभाव था। अरिहंत एन्टरप्राइज के जिस गोदाम में आग लगी थी। उसे ना तो फायर ब्रिगेड और ना ही हेल्थ विभाग की ओर से कोई लाइसेंस जारी किया गया है। इमारत में भी काफी अतिक्रमण है। एनओसी, लाइसेंस बिना व्यापार करने वालों पर कार्रवाई करने का समय आ गया है। गनीमत रही कि लोगों ने समय रहते ट्यूशन क्लासेज के 16 बच्चों सहित 40 लोगों को निकाल लिया। कॉम्पलैक्स में आठ के करीब एलपीजी सिलेन्डर भी मिले। यह किसके नाम पर जारी हुए हंै उसका पता नहीं चल पाया। पुलिस विभाग को इसकी जांच करनी चाहिए। यदि सिलेन्डर ने आग पकड़ी होती तो बड़ी जानहानि व हादसा हो सकता था।