मीणा ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्ष 2015 में रिसर्जेन्ट राजस्थान आयोजित किया गया लेकिन इसे पूरी तरह कामयाब नहीं किया जा सका। वहीं कांग्रेस की सरकार आते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाहर से निवेश आकर्षित करने के लिए कई कदम उठाए। सरकार बनते ही एमएसएमई एक्ट लेकर आए। नई औद्योगिक नीति बनाई। सिंगल विंडो सिस्टम का सरलीकरण किया गया और साथ ही निवेश करने वालों को कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराई गईं।
अब तक के आयोजित रोड शो से करीब ढाई लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं। इनमें अहमदाबाद के साथ-साथ दिल्ली में 78 हजार करोड़ के एमओयू, दुबई में 40 हजार करोड़ के एमओयू शामिल हैं। इसके अलावा मुंबई में भी रोड शो किया गया है। इन चार रोड शो से करीब साढ़े तीन लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव की संभावना है।
इस कार्यकाल तक पचपदरा रिफाइनरी का काम होगा पूरा मीणा ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार ने बाड़मेर की पचपदरा रिफाइनरी का काम तेजी से आगे नहीं बढ़ाया नहीं तो पांच वर्ष में यह रिफाइनरी लग जाती। कांग्रेस की सरकार के आने के तुरंत बाद अब यहां पर तेजी से काम चल रहा है। यहां पर 250 किलोमीटर क्षेत्र में पीसीपीआईआर जोन बन रहा है। रिफाइनरी का काम इस सरकार के कार्यकाल में पूरा हो जाएगा।