आंखों में संक्रमण का खतरा
बदले मौसम से बढ़ा कीटों का प्रकोप

अहमदाबाद. पिछले कुछ दिनों से हवा में नमी के बढऩे से कीटों का प्रकोप बढ़ गया है। इस कारण दुपहिया वाहनों पर चलने में काफी परेशानी हो रही है। अस्पतालों में आंंखों में संक्रमण के रोगी भी बढ़े हैं। नेत्र चिकित्सकों ने कीटों से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है।
इन दिनों हवा में आद्र्रता ज्यादा है। शनिवार को अहमदाबाद शहर में अधिकतम आद्र्रता ६२ फीसदी रही। मौसम में बदलाव के बीच हवा में कीटों की संख्या भी इस कदर बढ़ गई है कि दुपहिया वाहनों पर चलना मुश्किल हो रहा है। अहमदाबाद शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में इनका ज्यादा प्रकोप बताया जा रहा है। शहर के सिविल अस्पताल स्थित नेत्र अस्पताल में कीटों के कारण हुए संक्रमण के मरीज बढ़े हैं। अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सोमेश अग्रवाल ने बताया कि पिछले दिनों में कीटों से हुए संक्रमण के कई मरीज उपचार को आए हैं। कुछ सावधानी बरती जाए तो इस तरह की समस्या से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि दुपहिया वाहन पर चलते समय आंखों पर चश्मा या फिर कांच लगे हुए हेल्मेट का उपयोग किया जाए। यदि कीट आंख में चला भी गया हो तो उसे रुमाल या कपड़े से निकालने के बजाए स्वच्छ पानी से धोकर निकालने का प्रयास करें। इसके बावजूद आंख से कीट नहीं निकलता है तो चिकित्सक को दिखाने की सलाह दी है। उनके अनुसार रुमाल या हाथों में बैक्टेरिया होने से संक्रमण का खतरा बना रहता है।
इन दिनों में कीटों के कारण सड़क दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है। यदि आंखों पर चश्मा या कांच वाला हेल्मेट नहीं होता है तो इसकी आशंका बढ़ जाती है। कीट के आंख में जाते ही इस कदर दर्द होता है कि दुपहिया वाहन का नियंत्रण खो जाता है। इस तरह की दुर्घटना से बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है।
आंख संक्रमण के एक मरीज ने बताया कि स्कूटर पर चलते समय उसकी आंख में कीट चला गया था। उस दौरान कांच में देखकर रुमाल से कीट तो निकल गया लेकिन बाद में आंख में गंभीर जलन होने पर अस्पताल जाना पड़ा। चिकित्सकों के अनुसार इस मरीज को रुमाल के कारण संक्रमण लगा था।
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