खारे पानी को मीठे पानी में बदलने को ओखा में लगाया आरओ प्लांट
अहमदाबादPublished: May 18, 2019 08:15:28 pm
रेलवे ने जल संचय पर दिया जोर
खारे पानी को मीठे पानी में बदलने को ओखा में लगाया आरओ प्लांट
अहमदाबाद. बारिश में पानी बह जाता है, लेकिन रेलवे ने पानी बचाने की पहल शुरू की है। पश्चिम रेलवे ने अहमदाबाद, वडोदरा, रतलाम और मुंबई मंडलों में पानी बचाने की कवायद शुरू की है, जहां रेलवे भवन, तथा शेडों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की रही है। वहीं रेल प्रशासन ने राजकोट मंडल के ओखा में खारे पानी को मीठे पानी में बदलने के आरओ प्लांट लगाया है। वहीं वडोदरा में प्रतापनगर मंडल कार्यालय, नडियाद में वॉटर हार्वेस्टिंग की गई है। साथ ही वडोदरा के प्रतापनगर अस्पताल, इलेक्ट्रिक लोको शेड, पेटलाद, कॉम्बे स्टेशन भवन समेत 10 अन्य स्थलों पर भी जल संचय किया जाएगा।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविंद्र भाकर के अनुसार वडोदरा मंडल के वडोदरा, आणंद, नडियाद जैसे स्टेशनों पर वॉटर रिसाइक्लिंग संयंत्र लगाने की योजना है। वडोदरा स्टेशन पर वाटरलेस यूरिनल बनाए गए हैं। वहीं 30 ऐसे यूरिनल लगाने का भी प्रस्ताव हैं। जल की बर्बादी रोकने के लिए स्टेशनों पर स्टॉलों में वॉटर मीटर लगाये गए हैं। वडोदरा मंडल पर ऐसे 18 अतिरिक्त वाटर मीटर लगाने का प्रस्ताव है। ट्रेन में वाटरिंग के लिए हाइड्रेंट वाल्व के उपयोग किये जा रहे हैं। पाइप लाइन आपूर्ति के साथ जेट स्प्रे से प्लेटफॉर्म एवं एप्रोन की सफाई की जा रही है।
पुनर्जीवित किए जाएंगे कुएं
मोडासा स्टेशन एवं प्रतापनगर रेलवे अस्पताल के सूखे कुओं को पुनर्जीवित किया जाएगा। जल संरक्षण के लिए आगामी वर्ष में 21 खुले एवं सूखे कुओं की सफाई कर पुनर्जीवित किया जाएगा। वहीं राजकोट के रनिंग रूम तथा अधीनस्थ विश्राम गृह में रूफटॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग प्रणाली लगाई गई है। आठ अन्य स्थलों पर रूफटॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग प्रणाली लगाई जाएगी। अगले 5 वर्षों में राजकोट मंडल के 50त्न रेलवे स्टेशनों तथा रेलवे कॉलोनियों को इस प्रणाली से जोड़ा जाना है।