गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े गिरनार रोप-वे प्रोजेक्ट (rope way projet) का शनिवार को नई दिल्ली से वर्चुअल (vertual) तरीके से लोकार्पण किया। इस अवसर पर जूनागढ़ में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गिरनार रोप-वे (उडऩ खटोला) परिसर में दीप प्रज्वलित किया। यहां गिरनार रोप-वे को तैयार करने वाली कंपनी उषा ब्रेको के अध्यक्ष प्रशांत झावर और प्रबंध निदेशक अपूर्व झावर ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने रोप-वे की पहली ट्रॉली में बैठकर तलहटी से शिखर तक 2.32 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद अंबाजी माता के दर्शन किए। मंदिर के महंत तनसुखगिरी बापू और महंत गणपतगिरी बापू ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। सत्ताधार के महंत विजय बापू, महंत मुक्तानंद बापू, शेरनाथ बापू, प्रेमनाथ बापू, हरिहरानंद बापू और इंद्रभारती बापू सहित संतों-महंतों ने आशीर्वचन किए।
मां अंबाजी के दर्शनों के बाद मुख्यमंत्री ने तलहटी स्थित लोअर स्टेशन पर कहा कि यह खुशी की बात है कि एशिया के सबसे बड़े गिरनार रोप-वे का शुभारंभ हुआ है। गिरनार पर्वत पर स्थित अंबाजी मंदिर सहित विभिन्न धार्मिक स्थानों तक पहुंचने के लिए हजारों सीढिय़ां- चढऩी पड़ती थी इसके चलते बुजुर्ग, बच्चे और अशक्त जन दर्शन के लिए जाने में असमर्थ थे या तो उन्हें शारीरिक परेशानी झेलनी पड़ती थी। अब रोप-वे तैयार होने से सभी लोग माता अंबाजी के दर्शन कर सकेंगे और गिरनार के लुभावने प्राकृतिक नजारों को देखने का आनंद उठा सकेंगे।
रोप-वे से माता अंबाजी के दर्शन करने पर स्वयं को सौभाग्यशाली बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, “मैं 22 साल पहले गिरनार आया था। रोप-वे के कारण इतने वर्षों के बाद फिर से माता अंबाजी के दर्शन हुए हैं इसलिए धन्यता महसूस कर रहा हूं।” इसके बाद उन्होंने परिसर में वृक्षारोपण भी किया।
इस अवसर पर महापौर धीरुभाई गोहिल, जिला भाजपा अध्यक्ष किरीटभाई पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष सेजाभाई करमटा, केशोद के विधायक देवाभाई मालम, पूर्व विधायक महेन्द्रभाई मशरु, अग्रणी प्रदीपभाई खीमाणी, गुजरात पर्यटन निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक जेनु देवान, ऊर्जा विकास निगम के प्रबंध निदेशक शाह मिनाह हुसैन, पीजीवीसीएल की प्रबंध निदेशक श्वेता टिवेटिया, जिला कलक्टर डॉ. सौरभ पारघी, पुलिस महानिरीक्षक मनिंदर सिंह पवार, पुलिस अधीक्षक रवि तेजा वासमशेट्टी उपस्थित थे।