वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त सरफराज अहमद ने ट्रेनों या रेलवेपरिसर में होने वाले आपराधिक वारदातों को रोकने के लिए टीमें गठित की गई। इसके मद्देनजर ही शनिवार को ट्रेन संख्या 09707 अरावली एक्सप्रेस में आरपीएफ की सुरक्षा पार्टी के उप निरीक्षक शैलेश कुमार दुबे, कांस्टेबल जगदीश गढ़वी, कांस्टेबल दुष्यंत कुमार, कांस्टेबल प्रवीण यादव व कांस्टेबल बाबूलाल मीना अहमदाबाद से पालनपुर तक चेकिंग कर रहे थे। इस ट्रेन के कोच एस-7 की बर्थ नंबर-07 पर नवीन कुमार सफर कर रहे थे। उन्होंने अहमदाबाद स्टेशन पहुंचने पर आरपीएफ टीम को बताया कि वे सूरत से आबूरोड तक सफर कर रहे थे। वडोदरा से अहमदाबाद के बीच उनका मोबाइल चोरी हो गया है।
बाद में एस्कोर्टिंग पार्टी ने कोच में तलाशी शुरू की तभी उस टीम को एक संदिग्ध व्यक्ति मिला। जब उससे पूछताछ की गई तो वह संतोषजनक जबाब नहीं दे पाया। बाद में उस संदिग्ध व्यक्ति को यात्री नवीन कुमार के पास लेकर आए तो यात्री ने बताया कि यह व्यक्ति कोच में बार-बार घूम रहा था। यात्री नवीन कुमार के समक्ष संदिग्ध व्यक्ति के बैग की तलाशी ली गई तो उस व्यक्ति के बैग में यात्री का चोरी हुआ मोबाइल मिला।
बाद में एस्कोर्टिंग पार्टी ने कोच में तलाशी शुरू की तभी उस टीम को एक संदिग्ध व्यक्ति मिला। जब उससे पूछताछ की गई तो वह संतोषजनक जबाब नहीं दे पाया। बाद में उस संदिग्ध व्यक्ति को यात्री नवीन कुमार के पास लेकर आए तो यात्री ने बताया कि यह व्यक्ति कोच में बार-बार घूम रहा था। यात्री नवीन कुमार के समक्ष संदिग्ध व्यक्ति के बैग की तलाशी ली गई तो उस व्यक्ति के बैग में यात्री का चोरी हुआ मोबाइल मिला।
संदिग्ध व्यक्ति ने अपना नाम सेफअली साबिर अली शेख, मुंबई का रहने वाला बताया। यह आरोपी बांद्रा से अजमेर तक बगैर टिकट सफर कर रहा था आरोपी ने कबूल किया कि वह ट्रेनों में पहले भी चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। बाद में आरोपी को राजकीय रेलवे पुलिस-पालनपुर (जीआरपी) को सौंप दिया।