यह शिकायत मिलने पर आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त सरफराज अहमद के निर्देशन पर कंट्रोल रूम में कार्रवाई शुरू की। रेलवे कंट्रोल ड्यूटी ऑफिसर महावीरसिंह एवं महिला कांस्टेबल सुशीला ने किशोरियों की फोटो मंगवाई गई और दिल्ली जाने वाली उस समय ट्रेन आश्रम एक्सप्रेस (02915) थी, जो पालनपुर से रवाना हो चुकी थी। इस सम्बंध में अजमेर कंट्रोल को भी सूचित किया गया। साथ ही ट्रेन की एस्कॉर्ट पार्टी इंचार्ज कांस्टेबल सोनू यादव को सूचित किया और किशोरियों की फोटो उन्हें भेजी गई। बाद में ट्रेन के सभी कोचों की जांच की गई, लेकिन किशोरियों को पता नहीं मिला। बाद में किशोरियों के पिता से उन किशोरियों की दोस्त मोसिन पठान के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर कांफ्रेंस कॉल करवाकर किशोरियों से बात करवाई, लेकिन किशोरियों ने कोच नंबर नहीं बताया । बाद उनके कोच में सफर कर रहे एक यात्री कर्मवीर ने कोच नंबर बताया। फिर तुरंत ही ट्रेन एस्कॉर्ट पार्टी इंचार्ज सोनू यादव दी गई।
बाद में किशोरियों अगले स्टेशन पर उतार लिया गया। बाद में ब्यावर स्टेशन पर आरपीएफ को किशोरियों को को सुपुर्द किया। अजमेर कंट्रोल से सहायक उप निरीक्षक त्रिलोक चंद के अनुसार दोनों किशोरियों को ब्यावर स्टेशन पर उतार लिया गया। बाद में किशोरियों के परिजन और दाणीलीमडा थाने के एन.पी. गरासिया ब्यावर स्टेशन पहुंचे जहां किशोरियों को उनेक सुपुर्द किया गया।