सुरक्षा आयुक्त पी. सी. सिन्हा के कुशल नेतृत्व में कोविड-19 लॉकडाउन में आरपीएफ ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। जहां पश्चिम रेलवे के अलग-अलग स्टेशनों पर ड्यूटी कर रहे सतर्क आरपीएफ कर्मियों ने अपनी जान खतरे में डालकर 16 यात्रियों की जान बचाई गई। वहीं चोरी और डकैती जैसे अपराधों के 70 मामले दर्ज किए, जिसमें 88 लोगों को आरपीएफ ने गिरफ्तार कर जीआरपी को सौंपा गया। इन 70 मामलों में से 19 मामलों का पता रेल सुरक्षा बल की सक्रिय और सतर्क सीसीटीवी निगरानी की मदद से लगाया गया।
वहीं 11,60,100 रुपए का 28.521 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया, जिसमें 5 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं एक व्यक्ति को 61,400 रुपए के 266 ग्राम ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि आरपीएफ ने 12,03,294 रुपए की 1,40,332 बोतलें बरामद की और अवैध शराब की हेराफेरी के 156 मामलों का पता लगाया गया और पश्चिम रेलवे के अंतर्गत गुजरात प्रदेश में 150 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। 75,92,457 रुपए के यात्रियों के छूटे 457 सामानों को आरपीएफ ने उनके मालिकों को लौटाया गया।
रेल अधिनियम 1989 की विभिन्न धाराओं में अपराधों में 23117 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया तथा 69,16,790 रुपए जुर्माना वसूला गया।
उन्होंने बताया कि आरपीएफ ने 12,03,294 रुपए की 1,40,332 बोतलें बरामद की और अवैध शराब की हेराफेरी के 156 मामलों का पता लगाया गया और पश्चिम रेलवे के अंतर्गत गुजरात प्रदेश में 150 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। 75,92,457 रुपए के यात्रियों के छूटे 457 सामानों को आरपीएफ ने उनके मालिकों को लौटाया गया।
रेल अधिनियम 1989 की विभिन्न धाराओं में अपराधों में 23117 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया तथा 69,16,790 रुपए जुर्माना वसूला गया।