सवाल: अग्निपथ योजना को लेकर युवा काफी चिंतित हैं। विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: मेरा कहना है कि यह अग्निपथ योजना भारत की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। युवाओं को इसके काफी फायदे होने वाले हैं। देश को भी लाभ होने वाला है। जब यह योजना लागू हो जाएगी तो इसके फायदे देखकर युवा भी इसे काफी पसंद करेंगे। जो आशंकाएं हैं वे सब खत्म हो जाएंगीं।
सवाल: आरआरयू अग्निवीरों के लिए कैसे मददरूप होगा।
जवाब: आरआरयू एक राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय है। यह योजना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक नया प्रोजेक्ट है। इसमें शामिल होने वाले अग्निवीरों को आरआरयू सभी तरह से मदद करेगा। अग्निवीरों को आरआरयू में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री कोर्स के प्रवेश में प्राथमिकता दी जाएगी। आरआरयू का आर्मी, नेवी, कई राज्यों की पुलिस, व अन्य डिफेंस संस्थाओं के साथ करार हुए हैं। जिसके तहत जो लोग इनमें काम करते हैं उनके साथ एक अलग तरह का एफिलिएशन है। ऐसी रक्षा व सुरक्षा संस्थाओं के लोगों को आरआरयू में शिक्षा के लिए आना नहीं पड़ता है। सिर्फ ओरिएंटेशन प्रोग्राम, कुछ समय की ट्रेनिंग व एक्जाम के लिए ही आना पड़ता है। इसका फायदा अग्निवीरों को दिया जाएगा। इतना ही नहीं अन्य युवाओं के लिए फीस स्ट्रक्चर होता है। जबकि सरकारी रक्षा संस्थाओं के साथ आरआरयू का अलग तरह से करार है, जिससे फीस के मामले में भी अग्निवीरों को उस करार के तहत लाभ दिया जाएगा।
सवाल-चार साल की सेवा पूरी करने वालों के लिए कोई विशेष कोर्स शुरू किए जाएंगे क्या?
जवाब-आरआरयू अग्निपथ योजना का हिस्सा बनने वाले अग्निवीरों को सेवा में रहने के दौरान और चार साल की सेवा पूरी करने के बाद के समय में भी हर तरह से मददरूप होगा। विवि के सभी 10 स्कूल अग्निवीरों के लिए उनकी रुचि, जरूरत के तहत ऑनलाइन कोर्स शुरू करेंगे। जो सेना, सशस्त्र सेना, अद्र्धसैनिक बल, राज्यों की पुलिस की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन होंगे। अग्निवीर जवानों को प्रवेश देने और कोर्स की समयावधि में छूट के लिए भी विशेष नीति-नियम बनाए जाएंगे। आरआरयू से कोर्स करने वाले युवाओं को दिल्ली पुलिस, गुजरात पुलिस की भर्ती में विशेष वेटेज दिया जाता है। यह दायरा धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी बढ़ेगा।
सवाल-आज इनोवेशन, स्टार्टअप में युवाओं की रुचि बढ़ी है। इस क्षेत्र में विवि कैसे अग्निवीर व अन्य युवाओं को मददरूप हो रहा है।
जवाब-आरआरयू रक्षा से जुड़े इनोवेशन और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयासरत है। यहां न सिर्फ स्टार्टअप को इन्क्यूबेट करने में मदद की जा रही है बल्कि मार्केट में ले जाने में भी सरकारी संस्थाओं के साथ समन्वय करके उन्हें प्लेटफॉर्म दिया जा रहा है। जो अग्निवीर इनोवेशन, स्टार्टअप का बेहतर विचार लेकर आएंगे उनको भी विवि मदद करेगा। उन्हें बेहतर इकोसिस्टम प्रदान किया जाएगा। अन्य लोगों को भी यूनिवर्सिटी मददरूप होगी।
सवाल-आरआरयू को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा है। ऐसे में विवि देश में कहां-कहां कैंपस खोलने वाला है।
जवाब-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने आरआरयू को देश को समर्पित किया, उस समय ही घोषणा की थी कि आरआरयू के कैंपस भी देशभर में खोले जाएंगे। इसके तहत विवि का पहला पंजीकृत कैंपस अरुणाचल प्रदेश में अगस्त 2021 में शुरू हो चुका है। उत्तरप्रदेश में भी राज्य सरकार से बातचीत चल रही है। उ.प्र. में संभवत: अगस्त 2022 से नया कैंपस शुरू हो सकता है। अन्य राज्यों में भी रीजनल कैंपस शुरू करने की कवायद चालू है। आगामी एक दो सालों में कुछ और राज्यों में आरआरयू के कैंपस शुरू हो सकते हैं।