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रविवार को भी आरटीओ में रही चहलकदमी, जानें क्यों

locationअहमदाबादPublished: May 20, 2018 11:02:07 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

आरसी बुक वितरण को लगाया था विशेष कैम्प

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रविवार को भी आरटीओ में रही चहलकदमी, जानें क्यों

अहमदाबाद. यूं तो रविवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में अवकाश रहता है, लेकिन ऐसे वाहन चालक जिनको अब तक आरसी बुक नहीं मिली थी उनके लिए रूबरू में आरसी बुक देने को विशेष कैम्प लगाया गया था। सुबह से ही आरटीओ कार्यालय हर रोज की तरह चहलकदमी नजर आई।
आरटीओ नए वाहनों के खरीदारों को स्पीड पोस्ट के जरिए उनके घर रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट (आरसी) बुक पहुंचाता है, लेकिन अभी २४ हजार से ज्यादा आर.सी. बुक वाहन मालिकों तक नहीं पहुंची। ऐसे वाहन मालिकों को आरसी बुक मुहैया कराने को अहमदाबाद स्थित आरटीओ कार्यालय में विशेष शिविर लगाया गया।
आरटीओ-सुभाषब्रिज में वाहन मालिकों को आरसी बुक देने के लिए अलग-अलग काउंटर लगाए गए थे, जहां वाहन मालिकों को उनके पहचान पत्र और जरूरी कार्रवाई के बाद आरसी बुक रूबरू में ही मुहैया कराई गई। हालांकि आरटीओ अधिकारियों को जो उम्मीद थी उतने वाहन मालिक आरसी बुक लेने नहीं आए। हालांकि अधिकारियों ने आरटीओ सुभाषब्रिज, अहमदाबाद के फेसबुक पेज पर भी आरसी बुक की सूचि की अपलोड की थी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बन सके।
सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एस.ए. मोजणीदार ने कहा कि आरटीओ में आरसी बुक देने के लिए काउन्टर बनाए गए थे। सुबह दस से कैम्प शुरू किया गया था, जिसमें करीब छह सौ लोग आए थे, जिनको आरसी बुक दी गई है। अगले कैम्प के बारे में उन्होंने बताया कि फिलहाल कोई तिथि तय नहीं है। यदि जरूरत हुई तो आगामी दिनों में भी कैम्प लगाया जा सकता है।
भाजपा ने दो दशकों में 5 हजार रूटों पर ठप की एसटी बसें

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासकों ने पिछले दो दशकों में पांच हजार से ज्यादा एसटी बस रूटों को ठप कर दिया। इसके चलते ग्रामीण से शहरी इलाकों के लिए परिवहन व्यवस्था को खस्ताहाल बना दिया। भाजपा सरकार हादसों को रोकने के लिए कार्यपद्धति को रोकने में विफल रही है। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने सड़क हादसों पर यह प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भाजपा शाक उत्सवों या सम्मेलनों में हजारों बसें लगा देते हैं। इसके चलते लाखों यात्रियों को भटकना पड़ता है। सुरक्षित सवारी एसटी बसों के अभाव में मजबूरी में उनको ट्रक, निजी वाहन या छकड़ों में सफर करना पड़ता है। गुजरात में लगातार सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासक अपने चहेतों के जरिए निजी परिवहन को बढ़ावा दे रहे हैं। राजमार्गों पर लगातार निजी बसें बढ़ रही हैं। सौराष्ट्र के ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में असुरक्षित तरीके से छकड़े दौड़ रहे हैं। उत्तर गुजरात में ज्यादातर लोगों को जीपों से आवागमन करना पड़ रहा है।

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