गांधीनगर. गुजरात विधानसभा में बुधवार को लोकतंत्र के लिए काला दिन रहा। विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद सवाल नहीं पूछे दिए जाने की घटना को लेकर विधानसभा के भीतर लात-घूंसे चले। पहले एक कांग्रेसी विधायक ने भाजपा विधायक पर माइक तोडक़र हमला किया। इसके बाद भाजपा व कांग्रेस विधायकों ने एक दूसरे के साथ मार-पीट और लात घूंसे भी चलाए। यह हंगामा करीब 15-20 मिनट तक चला।
इस घटना को लेकर विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने सावरकुंडला के विधायक प्रताप दूधात व राजुला के विधायक अमरीश डेर को तीन वर्षों के लिए निलंबित कर दिया वहीं कलोल से एक अन्य कांग्रेसी विधायक बलदेव ठाकोर को एक वर्ष के लिए निलंबित कर दिया।
स्पीकर ने बहुमत से कांग्रेसी विधायकों को निलंबित करने का फैसला लिया। इन विधायकों को सभी सत्रों व सभी समितियों तथा समितियों से उपस्थित रहने पर निलंबित किया गया। इन तीनों विधायकों को विधानसभा गृह व परिसर के भीतर प्रवेश से भी मना कर दिया गया है। बिना मंजूरी के गृह व परिसर में प्रवेश करने पर संबंधित विधायकों के खिलाफ अनाधिकार प्रवेश के तहत शिकायत दर्ज की जाएगी। कांग्रेस विधायकों के निलंबित करने के विरोध में विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने वॉक आउट किया।
इस घटना को लेकर विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने सावरकुंडला के विधायक प्रताप दूधात व राजुला के विधायक अमरीश डेर को तीन वर्षों के लिए निलंबित कर दिया वहीं कलोल से एक अन्य कांग्रेसी विधायक बलदेव ठाकोर को एक वर्ष के लिए निलंबित कर दिया।
स्पीकर ने बहुमत से कांग्रेसी विधायकों को निलंबित करने का फैसला लिया। इन विधायकों को सभी सत्रों व सभी समितियों तथा समितियों से उपस्थित रहने पर निलंबित किया गया। इन तीनों विधायकों को विधानसभा गृह व परिसर के भीतर प्रवेश से भी मना कर दिया गया है। बिना मंजूरी के गृह व परिसर में प्रवेश करने पर संबंधित विधायकों के खिलाफ अनाधिकार प्रवेश के तहत शिकायत दर्ज की जाएगी। कांग्रेस विधायकों के निलंबित करने के विरोध में विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने वॉक आउट किया।
डिप्टी सीएम ने रखा निलंबन का प्रस्ताव
सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होते ही सदन के उपनेता व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने दूधात व डेर को तीन वर्ष तथा ठाकोर को एक वर्ष के लिए विधानसभा से निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव का संसदीय मंत्री भूपेन्द्र सिंह चुडास्मा व संसदीय राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने समर्थन किया। इस समर्थन के प्रस्ताव में भाजपा विधायक जगदीश पंचाल, हर्ष संघवी, केतन इमानदार ने भी पक्ष रखा उधर विपक्ष के नेता परेश धानाणी, उपनेता शैलेष परमार व दो वरिष्ठ विधायकों-निरंजन पटेल व पूंजा वंश ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। इसके बाद स्पीकर ने बहुमत से तीनों विधायकों को निलंबित करने का फैसला किया।