बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सूत्र पर कर रहीं सेवा निशिता के अनुसार समाज के सहयोग से वे पिछले 10 वर्षों के दौरान बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सूत्र पर सेवा कर रही हैं। इस दौरान वे 30 हजार छात्राओं की सवा तीन करोड़ रुपए की राशि स्कूल फीस के तौर पर जमा करवा चुकी हैं। प्रतिवर्ष 10 हजार छात्राओं की फीस के तौर पर 1 करोड़ रुपए जमा करवाने लक्ष्य को पूरा करने के लिए वे दानदाताओं से मदद ले रही हैं। पिछले 12 वर्षों से वे गरीब व मध्यम वर्ग की बच्चियों को जन्मदिन पर केक, दिवाली पर नए कपड़े, गौरी व्रत के दौरान सूखे मेवे और स्कूल बैग, पानी की बोतल, बच्चियों की माताओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सिलाई मशीन वितरित कर रही हैं।