आणंद. खेड़ा जिले के नडियाद में संतराम महाराज का १८७वां समाधि महोत्सव मंगलवार को शुरू हुआ। माघी पूर्णिमा को चंद्रग्रहण होने के कारण मंगलवार को ही आयोजित साकर वर्षा (मिसरी वर्षा) एवं दिव्य आरती के समय भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। यूं तो भक्तों का उमडऩा सुबह से ही शुरू हो गया, लेकिन संध्या को आरती व साकर वर्षा के समय दर्शनार्थियों की भीड़ के चलते रास्ते पर चलना भी मुश्किल हो गया था।
मंदिर के महंत रामदास महाराज ने साकर वर्षा का प्रारंभ कराया। इसके बाद मंदिर के शिखरों पर तैनात स्वयं सेवकों ने साकर वर्षा की, जिसमें ११०० किलो साकर व ३०० किलो गोले का उपयोग किया गया। प्रसाद को झोली में लपकने के लिए भक्तों में होड़ सी लग गई। महोत्सव के चलते मंदिर परिसर में विभिन्न मंडलियों की ओर से भजन प्रस्तुत किए गए। संतराम की धुन के चलते वातावरण भक्तियम बन गया। मंदिर परिसर से लेकर मार्गों तक ‘जय महाराजÓ के उद्घोष सुनाई दे रहे थे।
सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी
मंगलवार को शुरू हुए तीन दिवसीय मेले को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा-व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए। यूं तो महोत्सव के दूसरे दिन माघी पूर्णिमा उत्सव मनाया जाता है, लेकिन इस बार माघी पूर्णिमा पर बुधवार को चद्रग्रहण होने से मंगलवार को भी साकर वर्षा एवं दिव्य आरती की गई।
मुख्यमंत्री ने किए दर्शन
साकरवर्षा एवं दिव्य आरती के समय मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी उपस्थित रहे। उन्होंने योगीराज संतराम महाराज के समाधि स्थल पर वंदना की और गादीपति रामदास महाराज से राज्य की प्रगति व सुख-समृद्धि का आशीष प्राप्त किया। रामदास महाराज ने श्री संतराम मंदिर के सेवाकार्य एवं परम्पराओं के संबंध में बताया। उन्होंने कहा कि यह संस्था महाराज के भरोसे व उनकी संकल्प
शक्ति से लगातार समाज की मदद में रहती है।
विधानसभा के मुख्य सचेतक पंकज कुमार देसाई ने मुख्यमंत्री को संतराम मंदिर के कार्य एवं परम्पराओं से वाकिफ कराया। इस मौके पर विधायक केसरीसिंह सोलंकी, जिला कलक्टर डॉ. कुलदीप आर्य, जिला विकास अधिकारी सुधीर पटेल, जिला पुलिस अधीक्षक मनिन्दरसिंह पवार व भक्त उपस्थित रहे।