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कॉमर्स, विज्ञान, इंजीनियरिंग शिक्षा में शामिल हो संस्कृत: एन.गोपालस्वामी

locationअहमदाबादPublished: Feb 09, 2018 11:43:06 pm

Submitted by:

Nagendra rathor

जीयू में संस्कृत पर हुई कार्यशाला

Gujarat university
अहमदाबाद. देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एवं संस्कृत विद्यापीठ-तिरुपति के कुलाधिपति एन.गोपालस्वामी ने कहा कि संस्कृत भारत का हृदय है। यह सभी के लिए है। आट्र्स ही नहीं कॉमर्स, विज्ञान और इंजीनियरिंग शिक्षा में भी संस्कृत को शामिल करना चाहिए।
वे शुक्रवार को गुजरात विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग की ओर से संस्कृत पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे।
गोपाल स्वामी देश में संस्कृत के विकास के लिए गठित विशेष समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनकी अध्यक्षता वाली समिति ने देश में आगामी दस वर्ष के लिए संस्कृत के विकास का रोडमैप तैयार करते हुए एक रिपोर्ट सरकार को सौंपी है।
महाराष्ट्र के नागपुर स्थित कवि कुलगुरू कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डॉ.श्रीनिवास वरखेडी ने संस्कृत माध्यम में संस्कृत भाषा की शिक्षा के महत्व को समझाते हुए कहा कि इसमें समस्या आ रही है, लेकिन इसका हल खोजना होगा। इसके लिए शिक्षा देते समय रुचिपूर्ण प्रयोग करने होंगे।
गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.हिमांशु पंड्या ने संस्कृत के विकास के लिए कटिबद्धता दर्शाते हुए कहा कि इसके लिए विवि इसमें सक्रिय भूमिका निभाएगी। संस्कृत प्रमोशन काउंसिल के निदेशक डॉ.चांदकिरण सलूजा व अन्य महानुभावों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
जीयू में २४वीं ऑल इंडिया फोरेंसिक साइंस कॉन्फ्रेंस आज से
अहमदाबाद. गृह मंत्रालय के फोरेंसिक साइंस सेवा निदेशालय (डीएफएसएस), गुजरात विश्वविद्यालय (जीयू) एवं रक्षा शक्ति युनिवर्सिटी (आरएसयू) के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार से जीयू में २४वीं ऑल इंडिया फोरेंसिक साइंस कॉन्फ्रेंस आयोजित होने जा रही है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को जीयू के सीनेट हॉल में इस तीन दिवसीय कॉन्फ्रेस का शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा जीयू के संस्कृत विभाग में शुरू होने जा रहे संस्कृत बोलना सिखाने वाले केन्द्र का भी शुभारंभ करेंगे।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा , प्राथमिक, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री विभावरीबेन दवे अतिथि विशेष के रूप में उपस्थित रहेंगीं। तीन दिनों के दौरान फोरेंसिक साइंस से जुड़े कई शोधपत्र पेश किए जाएंगे। इसके समापन समारोह में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद उपस्थित रहेंगे।
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