इस मध्य एशियाई देश में Sardar Patel की Statue का अनावरण, Street का भी नामकरण
गांधीनगर. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उज्बेकिस्तान दौरे के पहले दिन शनिवार को अंदीजान में सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया वहीं स्ट्रीट का नामकरण भी किया। इस अवसर पर अंदीजान के गवर्नर सुखरत अब्दुराहमोनोव की उपस्थिति में रूपाणी ने कहा कि गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा के रूप में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। पटेल के विराट व्यक्तित्व एवं प्रतिभा को उज्बेकिस्तान ने प्रतिमा अनावरण और सरदार पटेल स्ट्रीट नामकरण से नई ऊंचाई दी है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने उज्बेकिस्तान में पहली बार अंदीजान क्षेत्र में आयोजित पहले इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट फोरम -ओपन अंदीजान-के उद्घाटन सत्र में कहा कि उज्बेकिस्तान-भारत-गुजरात के सदियों पुराने संबंधों का सेतु अब वर्तमान समय में रणनीतिक भागीदारी के स्तर तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2015-16 के उज्बेकिस्तान दौरे और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के वाइब्रेंट गुजरात-2019 से पूर्व के भारत दौरे से इन संबंधों को नया बल और ऊंचाई मिली है।
उज्बेकिस्तान वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट से साझेदार देश के रूप में जुड़ा है, तब अंदीजान प्रदेश और फेरगना घाटी क्षेत्र समेत अन्य प्रांतों और उज्बेकिस्तान में गुजरात की वाइब्रेंट समिट की तर्ज पर आर्थिक विकास सहित निवेश एवं उद्योग आकर्षित करने में यह फोरम उपयुक्त साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के बीच वर्तमान समय में अनेक क्षेत्रों में सहयोग का सेतु स्थापित हुआ है। राजनीतिक, सुरक्षा, रक्षा, व्यापार, निवेश, आर्थिक, ऊर्जा तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच परस्पर सहयोग पर आपसी सहमति है।
रूपाणी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के बीच निकटतम संबंधों एवं मैत्री के चलते दोनों देशों के बीच सहयोग एवं पारस्परिक विचार-विमर्श का नया अध्याय लिखा जाएगा साथ ही नए अवसरों के द्वार भी खुलेंगे।
उन्होंने कहा कि 2019 की वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति की सहभागिता से शुरू हुई मजबूत व्यापारिक संबंधों की प्रक्रिया इस वर्ष जून में विभिन्न व्यापारिक शिष्टमंडलों की उज्बेकिस्तान यात्रा से आगे बढ़ी और इस फोरम में गुजरात की उपस्थिति के साथ और एक मील का पत्थर स्थापित हुआ है। गुजरात सरकार अंदीजान के साथ संबंधों को प्राथमिकता दे रही है। गुजरात की अनेक कंपनियों और उद्योगों को उज्बेकिस्तान में फार्मास्यूटिकल और टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों में निवेश के अवसर मिल सकते हैं।
उज्बेकिस्तान के उप प्रधानमंत्री एल्योर गनियेव ने कहा कि इस सम्मलेन के आयोजन की प्रेरणा गुजरात के वाइब्रेंट समिट से मिली है। उन्होंने कहा कि गुजरात के साथ उज्बेकिस्तान के संबंध औरों के लिए मिसाल बनेंगे।