अहमदाबाद. अहमदाबाद जिला माहेश्वरी सभा की ओर से शाहीबाग स्थित माहेश्वरी प्रगति मंडल में पुरस्कार वितरण व स्नेह मिलन समारोह आयोजित हुआ। इसमें अलग-अलग श्रेणियों में अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। समारोह में अहमदाबाद जिले के आईएएस, आईपीएस, एमपी, एमएलए पद पर पदासीन हुए समाजबंधुओं को समाज गौरव से सम्मानित किया गया। महासभा, प्रदेश, जिलों में पदों पर पदासीन हुए सदस्यों को जिला का सम्मान से सम्मानित किया गया। सरकार की ओर से, शिक्षा, राजकीय या खेलकूद में विशेष योग्यता या पुरस्कार प्राप्त करने वाले बंधुओं को भी शील्ड प्रदान की गई। इसके अलावा शहर के आठ क्षेत्रों मणिनगर, नारणपुरा, नवरंगपुरा, ओढ़व, बाहरी क्षेत्र, शाहीबाग, साबरमती, सेटेलाइट के अध्यक्ष व मंत्री को जिले की धड़कन सम्मान-पत्र (शील्ड) प्रदान किया गया। माहेश्वरी प्रगति मंडल व माहेश्वरी सेवा समिति भवन के अध्यक्ष नंदलाल न्याती व रामनिवास मंत्री मालाणी को जिला के स्तंभ श्रेणी में प्रशंसा-पत्र (शील्ड) प्रदान की गई। जिला मंत्री राजेंद्र पेड़ीवाल के अनुसार जिलाध्यक्ष श्यामलाल इनाणी तथा पदाधिकारियों के समर्थन से जिले में प्रथम बार मल्टीमीडिया, एलईडी व डीजे की मदद से यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
ओढ़व प्रथम, साबरमती द्वितीय :
शहर के आठ इलाको में से ओढ़व को प्रथम व साबरमती को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। इन्हें एक अगस्त 2016 से 31 अक्टूबर 2017 के बीच आयोजित सर्वोत्तम कार्यक्रम के आधार पर चुना गया। मंच संचालन के लिए मनीष डागा, पुनीत पेड़ीवाल, संदेश मूंदडा, राम राठी ने योगदान दिया। माहेश्वरी समाज में व्यवसाय को बढ़ाने के लिए बिजकॉन सेमिनार में जगदीश चितलांगिया व जीतमल जाजू ने जानकारी दी।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत पूरे अहमदाबाद में महानगर पालिका के साथ मिलकर माहेश्वरी समाज की ओर से किए जाने वाले सहयोग, 5 वर्ष के ठेके पर डस्टबिन लगाने की जानकारी राजेंद्र पेड़ीवाल ने दी।
आयोजन का यह था उद्देश्य :
राजस्थान से आकर करीब 6 -7 हजार माहेश्वरी परिवार अहमदाबाद जिले में बसे हैं। व्यवसाय में सफल होने के बावजूद समयाभाव में कई समाजजन में एक-दूसरे को आपस में जानते नहीं है। जबकि मेवाड़ समाज, नागौरी समाज,
जैसलमेर समाज, थरी (धाट) समाज, मालवी समाज (कच्छी माहेश्वरी समाज) व माहेश्वरी रामायण मंडल, भजन मंडल, पुरुष-महिला व युवा संगठनों में कई लोग जुड़े हैं। उन्होंने सभी संगठनों के अध्यक्ष व मंत्री से संपर्क करके कार्यक्रम में आमंत्रित किया तथा उन लोगों की ओर से किए गए कार्यों का विश्लेषण किया गया। मेल-मिलाप के अलावा माहेश्वरियों की सही जनसंया व आर्थिक सर्वेक्षण भी समारोह के माध्यम से हो सके।