दूसरी मेट्रो ट्रेन के कोच भी पहुंचे मुंद्रा पोर्ट
अहमदाबादPublished: Feb 11, 2019 10:36:06 pm
हर स्टेशन पर होगी चार लिफ्ट, स्टेशन तैयार
दूसरी मेट्रो ट्रेन के कोच भी पहुंचे मुंद्रा पोर्ट
अहमदाबाद. दक्षिण कोरिया से दूसरी मेट्रो ट्रेन के कोच रविवार को मुन्द्रा पोर्ट पहुंचे। संभवत: बुधवार को ये कोच अहमदाबाद पहुंच जाएंगे, जहां इन कोचों की मिकेनिकल और सुरक्षा जांच होगी। उधर, पिछले एक सप्ताह से पहली मेट्रो ट्रेन का एपरेल पार्क से वस्राल के बीच ट्रायल रन किया जा रहा है।
अहमदाबाद में चलने वाली मेट्रो ट्रेन को लेकर लोगों में खासी उत्सुकता है। अभी तक सिर्फ खोखरा मेहमदाबाद स्थित एपरेल पार्क से वस्राल के बीच लोगों ने सिर्फ मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन ही देखा है, लेकिन अब तक उनको मेट्रो ट्रेन में सफर करने का मौका नहीं मिला। मेट्रो ट्रेन में सफर करने को लेकर लोग काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। मेट्रो ट्रेन देखने लोग रास्तों पर खड़े नजर आए। खंभों पर दौड़ती मेट्रो ट्रेन को देख लोगों में खासा उत्साह दिख रहा है।
अहमदाबाद मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के के तहत प्रथम मेट्रो ट्रेन एपरेल पार्क डिपो में एक जनवरी को लाई गई, जहां तकनीकी विशेषज्ञ मिकेनिकल और सुरक्षा जांच की गई। यह जांच पूरी हो चुकी हैं। पिछले एक सप्ताह से मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन चल रहा है। वहीं दूसरी मेट्रो ट्रेन रविवार को दक्षिण कोरिया से मुन्द्रा पोर्ट पहुंची, जो दो दिनों बाद अहमदाबाद पहुंचेगी, जिसका आरडीएसओ-लखनऊ और कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी की ओर परीक्षण किया जाएगा।
वस्राल से एपरेल पार्क तक ज्यादातर मेट्रो स्टेशनों का कार्य हो चुका है। हर स्टेशन पर चार लिफ्ट और दो एस्केलेटर बनाए गए हैं। इसके अलावा एपरेल पार्क से मेट्रो ट्रेन के अंडरग्राउंड का भी कार्य तेजी से चल रहा है, जहां टनल के साथ पटरी बिछाने और स्टेशन बनाने का कार्य चल रहा है।
यह प्रोजेक्ट 10 हजार 700 करोड़ रुपए होगा, जिसमें छह हजार करोड़ का ऋण लिया गया है। वस्राल से एपेरल पार्क तक मेट्रो ट्रेन रूट तैयार हो चुका है, जो छह किलोमीटर का है। इस रूट पर सबसे पहले मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी। उधर, सरसपुर से शाहपुर तक मेट्रो के अंडरग्राउंड टनल का कार्य चल रहा है। प्रथम चरण का प्रोजेक्ट 40 किलोमीटर का है, जिसमें 33.5 किलोमीटर एलीवेटेड और 6.50 किलोमीटर अंडरग्राउंड है। इस मार्ग में 32 स्टेशन होंगे। आगामी समय में कालूपुर रेलवे स्टेशन का मल्टीपर्पज के तौर पर उपयोग किया जाएगा, जहां थ्री लेयर (त्रिस्तरीय) परिवहन सुविधा उफलब्ध होगी। यहां से मेट्रो ट्रेन, रेलवे ट्रेन और बुलेट ट्रेन तीनों में एक ही जगह से सफर किया जा सकेगा।