गांधीनगर के सेक्टर-1 बी में रहने वाले वरिष्ठ लेखक और सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी सुरेश भट्ट दिसम्बर में 85 वर्ष के होंगे। वोटिंग के लिए वे मतदान केन्द्र तक नहीं जा सकते हैं। इसके लिए गांधीनगर जिला प्रशासन के बूथ लेवल अधिकारी और अन्य अधिकारी -कमचारियों की टीम रविवार को उनके आवास पर पहुंची और मतदान कराया। भट्ट इस प्रक्रिया से खुश हो गए और उन्होंने चुनाव की सराहना की।
चुनाव आयोग की ओर से विधानसभा के इस चुनाव में 80 वर्ष से ज्यादा आयु के बुजुर्ग, दिव्यांग और कोरोनाग्रस्तों के लिए उनके आवास पर जाकर वोट लेने की पहल की है। चुनावी घोषणा के बाद प्रथम सप्ताह में ऐसे मतदाताओं को फार्म-12 डी भरकर देने की व्यवस्था की गई थी। जिन बुजुर्गों व दिव्यांगों ने फार्म 12 डी भरकर दिया था वे घर बैठे मतदान कर रहे है।
चुनाव आयोग की टीम अपने साथ पोस्टल बैलेट की सभी व्यवस्था कर उन मतदाताओं के आवास पर पहुंच रही है। उनके साथ राजनीतिक दलों प्रत्याशी या उनके नियुक्त प्रतिनिधि भी होते हैं। पुलिसकर्मी और विडियोग्राफी भी की जाती है। घर में विधिवत मत कुटीर बनाई जाती है। इस प्रक्रिया में मतदान केन्द्र जैसी गुप्तता को बरकरार रखा जाता है।