गोहिल भी राजस्थान व मध्य प्रदेश में करेंगे चुनाव प्रचार
अहमदाबादPublished: Nov 11, 2018 10:08:37 pm
17 नवम्बर को राजस्थान के जयपुर और 25 नवम्बर को जोधपुर में रहेंगे
गोहिल भी राजस्थान व मध्य प्रदेश में करेंगे चुनाव प्रचार
अहमदाबाद. बिहार कांग्रेस के प्रभारी राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल भी मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव प्रचार करेंगे। गोहिल 12 से 25 नवम्बर तक वहां चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभालेंगे। इस दौरान वे इन प्रदेश के वरिष्ठ नेताओ और कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी की स्थिति समेत कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
गोहिल सोमवार एक बजे को मध्य प्रदेश के भोपाल में पे्रस वार्ता करेंगे। बाद में वे वहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। 17 नवम्बर को राजस्थान के जयपुर और 25 नवम्बर को जोधपुर में रहेंगे। वे चुनाव प्रचार करेंगे और कार्यकर्ताओं से भी चर्चा करेंगे। 20 नवम्बर को मध्य प्रदेश के जबलपुर में चुनावी सभा को संबोधित करने के साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं मिलेंगे गोहिल के अलावा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी, अमित चावड़ा, गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, मधुसूदन मिी, अशोक पंजाबी, दीपक बाबरिया और कांग्रेस के विधायक और ओबीसी नेता अल्पेश पटेल भी गुजरात से सटे मध्य प्रदेश और राजस्थान के जिलों में चुनाव प्रचार कर मतदाताओं को रिझाने का प्रयास करेंगे।
धानाणी छत्तीसगढ़, मोढवाडिया एमपी में करेंगे चुनाव प्रचार
राजस्थान में गुजरात से सटे सिरोही, जालौर, डूंगरपुर, बांसवाडा और उदयपुर में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी कांग्रेस ने विधायक और पदाधिकारियों को सौंपी है। परप्रांतीयों पर हमले में चर्चा में रहे अल्पेश ठाकोर को भी राजस्थान में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अल्पेश संभवत: 20 नवम्बर को चुनाव प्रचार के लिए राजस्थान और मध्य प्रदेश में जाएंगे। इसके अलावा जालौर व सिरोही में कांग्रेसी नेता जोइता राम पटेल, पूर्व सांसद सागर रायका अपने 25 सहयोगियों के साथ चुनाव प्रचार में जाएंगे।
वहीं डूंगरपुर बांसवाड़ा, और उदयपुर की जिम्मेदारी कांग्रेस के महामंत्री अशोक पंजाबी को सौंपी गई है जो अपने सहयोगियों के साथ चुनाव प्रचार में राजस्थान जाएंगे। अशोक पंजाबी का संगठन डोमेस्टिक वर्कर और कंट्रक्शन लेबर के हित में काम कर रहा है, जिससे उनकी भूमिका अहम हो सकती है। वहीं मध्य प्रदेश में अर्जुन मोढवाडिया, दीपक बाबरिया, सिद्धार्थ पटेल और नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी छत्तीस गढ़ में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हिम्मतसिंह पटेल भरतपुर और दौसा में अपने सहयोगियों के साथ चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं मध्य प्रदेश के आदिवासी इलाके झाबुआ में राज्यसभा सांसद नारण राठवा और पूर्व सांसद प्रभा तावियाड को जिम्मेदारी सौंपी गई, जो कार्यकर्ताओं के साथ मतदाताओं को रिझाएंगे। मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए वरिष्ठ नेताओं की 100 लोगों की सूची बनाई गई है, जिनको विधानसभा चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। नामांकन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद ये नेता राजस्थान के लिए रवाना होंगे। विशेष तौर राजस्थान और मध्य प्रदेश के काफी लोग गुजरात में धंधा-रोजगार लिए बसे हैं। इसके चलते राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को रिझाने में यह नेता अहम भूमिका निभा सकते हैं।