गुजरात के सभी बंदरगाहों पर ९ नंबर का सिग्नल
अहमदाबाद. वायु चक्रवात ने गुरुवार दोपहर को वेरावळ से कुछ दूरी पर भले ही दिशा बदली हो लेकिन प्रदेश के समुद्रतटीय इलाकों में पूरी तरह से खतरा नहीं टला है। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें और तेज आंधी के साथ बारिश
राज्य के सभी बंदरगाहों पर दूसरे दिन गुरुवार को भी नौ नंबर का सिग्नल रहा, जो बड़े खतरे की ओर इंगित करता है। नौ नंबर का सिग्नल अपने आप में ही बहुत बड़े खतरे के संकेत हैं। इसका मतलब है कि चक्रवात का असर अतिगंभीर हो सकता है। मौसम विभाग ने वायु चक्रवात को लेकर १५ जून तक चेतावनी भी जारी की है। जिसमें तीनों दिन तक सौराष्ट्र समेत पूरे गुजरात में तेज हवाएं चल सकती हैं। कहीं-कहीं धूल भरी आंधी की भी चेतावनी दी गई है। इस दौरान अरबसागर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ सकती हैं। अर्थात समुद्री हलचल बढऩे के कारण पानी किनारों से बाहर भी आ सकता है। इन दिनों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
ऐसे बदली दिशा
अरब सागर में वेरावल से दक्षिण-पश्चिम में गुरुवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे के आसपास वायु की दिशा बदल गई है। दीव एवं वेरावळ से लगभग १३० किलोमीटर की दूरी पर ओमान की तरफ मुडऩे से गुजरात पर खतरा कुछ कम माना जा रहा है। हालांकि पोरबंदर पर इसका असर ज्यादा होने की आशंका जताई गई।
पूरे प्रदेश में वायु का असर
ऐसा नहीं है कि वायु चक्रवात से पहले समुद्रतटीय क्षेत्रों में ही इसका असर हुआ है। पूरे प्रदेश में गुरुवार सुबह से ही इसका असर देखा गया। कहीं बारिश भरी तो कहीं धूलभरी आंधी चली। सौराष्ट्र के अलावा बनासकांठा, साबरकांठा, पंचमहाल तक इसका असर रहा। आंधी के कारण सौ से अधिक गांवों में बिजली गुल होने की खबर है।