बर्दाश्त नहीं ऐसी घटनाएं गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाड़ेजा ने कहा है कि राजकोट के उदय शिवानंद आश्रम संचालित अस्पताल में आगजनी की घटना के प्रति राज्य सरकार संवेदनशील है। इस घटना की जांच विशेष जांच टीम (एसआईटी) को सौंपी जाएगी। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस घटना की संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर अतिरिक्त मुख्य सचिव ए.के. राकेश को जांच सौंपी है। जाड़ेजा ने कहा कि गुरुवार मध्यरात्रि घटित इस घटना की जानकारी मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को होने पर उन्होंने जिला कलक्टर, महानगरपालिका आयुक्त और पुलिस आयुक्त और मुख्य सचिव मौके पर मौजूद लोगों को हर मदद पहुचाने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के लिए पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए.के. राकेश को तत्काल राजकोट रवाना कर दिया और घटना की तह तक जाने के आदेश दिए। उधर, राकेश भी राजकोट पहुंचकर जांच शुरू की है, जिसकी रिपोर्ट वे तीन दिनों में सौंपंगे। जाड़ेजा ने कहा कि बारीकी से जांच के लिए राजकोट शहर के पुलिस उपायुक्त की अध्यक्षता में एसआईटी गठित करने का निर्णय किया गया है। राज्य में ऐसी घटना नहीं हो इसके लिए राज्य सरकार निरंतर चिंतित है। किसी भी तरह से ऐसी घटनाओं को राज्य सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।
हर घटना के बाद सरकार के जांच आदेश महज कागजों पर गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के मुख्य प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने भाजपा सरकार पर प्रहार करते कहा कि पिछले तीन माह में अस्पतालों में आगजनी की सात घटनाएं हुई, जिसमें 13 लोगों ने जान गंवाई। प्रत्येक दुर्घटना के बाद राज्य सरकार की ओर जांच के आदेश दिए जाते हैं, जो ऐसा लगता है महज कागजों पर सिमट जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक एक भी घटना का रिपोर्ट जारी नहीं किया गया। राजकोट के उदय शिवानंद हॉस्पिटल को किराए पर लेकर कोविड सेन्टर चलाने वाले संचालक भाजपा के नजदीकी हैं। ऐसे में दुर्घटना की सत्यता की जांच सामने आने पर सवाल खड़े होते हैं। क्या पिछले दुर्घटनाओं की तरह ही इस घटना के जिम्मेदारों के खिलाफ जांच ठंडेबस्ते में बंद हो जाएगी।