शहर के सबसे बड़े सिविल अस्पताल के चर्मरोग विभाग में इन दिनों जो मरीज आ रहे हैं उनमें ऐसी शिकायतें भी सामने आ रही हैं जो पहले बहुत कम आती थीं। इन दिनों मरीजों के हाथों के ऊपरी हिस्से में खुजली और रूखापन देखने को मिल रहा है। इस तरह की शिकायत सैनिटाइजर का बढ़ता उपयोग माना जा रहा है।
सिविल अस्पताल की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. रीमा आर. जोशी ने बताया कि कोरोना के कारण लोग बार-बार सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं। इस तरह के लिक्विड के बढ़ते उपयोग से त्वचा रेडनेस होती है। साथ ही स्किन पतली और रूखी हो जाती है। भविष्य में यह समस्या और भी बढ़ सकती है। सैनिटाइजर उन लोगों के लिए और ज्यादा परेशानी का कारण हो सकता है जिनकी त्वचा पहले से ही ज्यादा सेंसिटिव है।
सिविल अस्पताल की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. रीमा आर. जोशी ने बताया कि कोरोना के कारण लोग बार-बार सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं। इस तरह के लिक्विड के बढ़ते उपयोग से त्वचा रेडनेस होती है। साथ ही स्किन पतली और रूखी हो जाती है। भविष्य में यह समस्या और भी बढ़ सकती है। सैनिटाइजर उन लोगों के लिए और ज्यादा परेशानी का कारण हो सकता है जिनकी त्वचा पहले से ही ज्यादा सेंसिटिव है।
रंग-बिरंगे सैनिटाइजर ज्यादा घातक
डॉ. रीमा ने बताया कि कोरोना काल में रंगबिरंगे सैनिटाइजर की भरमार देखी जा रही है। नकली सैनिटाइजर और घातक हो सकता है। इसके उपयोग से हाथ मेें एक्जिमा होता है। कभी-कभी इस तरह की समस्या बड़े संक्रमण के रूप में उभर सकती है। नकली सैनिटाइजर के उपयोग से बड़े संक्रमण का खतरा बना रहता है जो शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित कर सकता है। यदि सैनिटाइजर का उपयोग जरूरी ही है तो बाद में हाथों को धोया जा सकता है। कई लोगों को लगता है कि बिना सैनिटाइजर से वायरस से मुक्त नहीं हुआ जाता है। यदि उन्हें सैनिटाइजर का उपयोग करना है तो उसके कुछ देर बाद हाथ धोने से भी एलर्जी कम हो जाती है।
डॉ. रीमा ने बताया कि कोरोना काल में रंगबिरंगे सैनिटाइजर की भरमार देखी जा रही है। नकली सैनिटाइजर और घातक हो सकता है। इसके उपयोग से हाथ मेें एक्जिमा होता है। कभी-कभी इस तरह की समस्या बड़े संक्रमण के रूप में उभर सकती है। नकली सैनिटाइजर के उपयोग से बड़े संक्रमण का खतरा बना रहता है जो शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित कर सकता है। यदि सैनिटाइजर का उपयोग जरूरी ही है तो बाद में हाथों को धोया जा सकता है। कई लोगों को लगता है कि बिना सैनिटाइजर से वायरस से मुक्त नहीं हुआ जाता है। यदि उन्हें सैनिटाइजर का उपयोग करना है तो उसके कुछ देर बाद हाथ धोने से भी एलर्जी कम हो जाती है।
विकल्प हो तो टालें सैनिटाइजर का उपयोग
चिकित्सकों ने सैनिटाइजर के बढ़ते उपयोग को विकल्प होने पर टालने की भी सलाह दी है। वरिष्ठ चिकित्सक प्रोफेसर डॉ. राजेश सी. शाह के अनुसार कोरोना वायरस से बचाव के लिए सिर्फ सैनिटाइजर ही विकल्प नहीं है। इसके लिए साबुन या अच्छे लिक्विड (हैंड वॉस) से भी हाथों को साफ किया जा सकता है। पानी और साबुन की व्यवस्था नहीं होने पर ही सैनिटाइजर का उपयोग किया जा सकता है। उनका कहना है कि घरों में रहने वाले लोग सैनिटाइजर को टालकर साबुन और पानी से भी सुरक्षित रह सकते हैं।
चिकित्सकों ने सैनिटाइजर के बढ़ते उपयोग को विकल्प होने पर टालने की भी सलाह दी है। वरिष्ठ चिकित्सक प्रोफेसर डॉ. राजेश सी. शाह के अनुसार कोरोना वायरस से बचाव के लिए सिर्फ सैनिटाइजर ही विकल्प नहीं है। इसके लिए साबुन या अच्छे लिक्विड (हैंड वॉस) से भी हाथों को साफ किया जा सकता है। पानी और साबुन की व्यवस्था नहीं होने पर ही सैनिटाइजर का उपयोग किया जा सकता है। उनका कहना है कि घरों में रहने वाले लोग सैनिटाइजर को टालकर साबुन और पानी से भी सुरक्षित रह सकते हैं।
किया जा चुका है नकली सैनिटाइजर का पर्दाफाश
गुजरात के पालनपुर एवं अहमदाबाद शहर में तीन से चार जगहों पर नकली सैनिटाइजर बनाने का पर्दाफाश किया गया है। कोरोना काल के कारण लोगों को मौका मिल गया और वे नकली सैनिटाइजर बनाने में लग गए। गुजरात की खाद्य एवं औषध विभाग की टीम ने बड़े स्तर पर बनाए जा रहे नकली सैनिटाइजर बनाने के कारखानों को बकड़ा है। इस तरह के लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गुजरात के पालनपुर एवं अहमदाबाद शहर में तीन से चार जगहों पर नकली सैनिटाइजर बनाने का पर्दाफाश किया गया है। कोरोना काल के कारण लोगों को मौका मिल गया और वे नकली सैनिटाइजर बनाने में लग गए। गुजरात की खाद्य एवं औषध विभाग की टीम ने बड़े स्तर पर बनाए जा रहे नकली सैनिटाइजर बनाने के कारखानों को बकड़ा है। इस तरह के लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।