इस कांफ्रेंस में हेल्थकेयर एवं फार्मा में विविधता एवं कोरोना महामारी में उठाए कदम एवं प्रगति पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। महिलाओं को मुख्यधारा में लाने से संबंधित मुद्दों पर मंथन किया जाएगा। कांफ्रेंस की संयोजक पूर्वी पंड्या ने कहा कि भारत सरकार के आजादी के अमृत महोत्सव की पहल की राष्ट्रीय एजेंडा में योगदान देनेवाली थीम पर यह कांफ्रेंस होगी। इसका उद्देश्य नागरिकों को उद्यमिता में जोश भरना है। इसके जरिए उत्पादन क्षमता एवं इनोवेशन को गति मिलेगी और आत्मनिर्भर भारत के विजन में योगदान देने के लिए सक्षम बनेगा।
प्राइम फाउण्डेशन के संस्थापक विनोद शर्मा के मुताबिक गुजरात का फार्मास्युटिकल उद्योग इनोवेटिव संचालित, नोलेज केन्द्रित इंडस्ट्रीज के तौर पर उभर रही है। इस कांफ्रेंस में फार्मा एवं हेल्थकेयर सेक्टर में महिलाओं में उद्यमिता को बल मिलेगा। ***** भेदभाव के बगैर समान अवसर प्रदान कर आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने में मददगार होगा।
इंंडियन ड्रग मैन्युफेक्चर्स एसोसिएशन के नेशनल प्रेसिडेन्ट डॉ. विरांची शाह के अनुसार गुजरात के उद्यमी पुरुष और महिलाएं कुशलता से कारोबार की ओर आगे बढ़ रहे हैं। महामारी का सामना करने वाले गुजरात के फार्मा और हेल्थकेयर इंडस्ट्रीज ने आपातकाल में विभिन्न दवाइयों एवं टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करने में अहम योगदान दिया है।